सारण में आंगनबाड़ी सेविका का बेटा ने जेईई मेन्स परीक्षा में 99.08 प्रतिशत अंक के साथ पायी सफलता

करियर – शिक्षा छपरा
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छपरा। एनटीए द्वारा आयोजित जेईई मेन्स परीक्षा 2025 का परिणाम हाल ही में जारी किया गया है, जिसमें सारण जिले के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। जिले के मांझी प्रखंड के डुमाइगढ़ निवासी पीयूष कुमार सिंह ने अपनी कड़ी मेहनत से परीक्षा में शानदार सफलता हासिल की है। पीयूष ने 99.08 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं, जो उनकी कठिन मेहनत और समर्पण का प्रमाण है।

पीयूष के माता-पिता का साधारण जीवन है। उनकी माँ चांदनी कुमारी सिंह एक आंगनबाड़ी सेविका हैं, जबकि उनके पिता राजकुमार सिंह ताजपुर में एक छोटे से इलेक्ट्रिक दुकान के मालिक हैं। बावजूद इसके, पीयूष ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कभी भी किसी तरह की कमी महसूस नहीं की और अपनी पढ़ाई में लगातार उत्कृष्टता हासिल की।

जयपुर रहकर कर रहा है जेईई एडवांस की तैयारी

पीयूष ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ज्योति सेंट्रल स्कूल एकमा से प्राप्त की और आज वह जेईई एडवांस की तैयारी के लिए जयपुर में रहकर अपने सपने को साकार करने के लिए काम कर रहा है। उनका सपना आईआईटी बॉम्बे में प्रवेश प्राप्त करना है, और इसके लिए वह दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।

इस सफलता को लेकर पीयूष के परिवार और गाँव में खुशी का माहौल है। पीयूष की मेहनत और समर्पण ने यह साबित कर दिया है कि अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए केवल अच्छा माहौल और मेहनत ही जरूरी है। पीयूष का मानना है कि अगर इरादा मजबूत हो और परिश्रम किया जाए, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

आंगनबाड़ी सेविका की प्रेरणा:

पीयूष की सफलता केवल उनकी अपनी मेहनत का परिणाम नहीं है, बल्कि उनकी माँ चांदनी कुमारी सिंह की प्रेरणा और समर्थन भी इसका एक अहम हिस्सा है। चांदनी कुमारी सिंह हमेशा अपने बेटे को प्रेरित करती रही हैं और यही कारण है कि पीयूष ने अपनी माँ की मेहनत और संघर्ष को अपनी सफलता की ओर मोड़ा है।

पीयूष की सफलता न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा है। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर कड़ी मेहनत, सही मार्गदर्शन और मजबूत इरादे हों, तो कोई भी बाधा सफलता के रास्ते में नहीं आ सकती।