

सीवान। जिले के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के कौड़िया गांव में शुक्रवार को दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प और गोलीबारी ने तांडव का रूप ले लिया। इस संघर्ष में तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई, जिनमें से एक को गोली मारकर, जबकि दो की तलवार से काटकर हत्या की गई। इस वारदात में दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज सीवान सदर अस्पताल में चल रहा है।
हत्या के बाद उग्र प्रदर्शन, सड़क जाम और आगजनी
हत्या की खबर मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। मलमलिया पुल पर तीनों शवों को रखकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान आगजनी और टायर जलाकर सड़क को जाम कर दिया गया। नतीजतन, पटना-सीवान मुख्य मार्ग पर घंटों यातायात ठप रहा। देर रात पुलिस ने समझा-बुझाकर मार्ग को चालू तो करवा दिया, लेकिन प्रदर्शनकारी अभी भी डटे हुए हैं।
मृतकों की पहचान व हत्या की वजह
इस खूनी घटना में जान गंवाने वालों की पहचान मुन्ना सिंह, रोहित सिंह और कन्हैया सिंह के रूप में की गई है। ये सभी कौड़िया गांव के निवासी थे। पुलिस के अनुसार, पुराने आपसी विवाद में ही इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया गया।
विवाद की जड़: टैक्स वसूली और पुरानी रंजिश
सूत्रों के मुताबिक, घटना की शुरुआत कुछ दिन पहले के विवाद से हुई थी। शत्रुघ्न सिंह नामक व्यक्ति, जिनका ईंट भट्ठा है, उनसे कुछ लोगों ने जबरन टैक्स वसूला था। इसका विरोध करने पर पहले पेट्रोल पंप पर शत्रुघ्न सिंह की पिटाई की गई, फिर उनके घर पर हमला हुआ, जिसमें उनके बेटे और परिजन घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में शत्रुघ्न सिंह और उनके भाई भी दूसरे पक्ष के घर पहुंच गए। इसके बाद ही हिंसक झड़प शुरू हुई, जो हत्या तक जा पहुंची।
DIG ने मौके पर लिया मोर्चा, थाना प्रभारी सस्पेंड
घटना की सूचना मिलते ही DIG नीलेश कुमार, सीवान SP मनोज तिवारी, गोपालगंज SP अवधेश दीक्षित और छपरा के SP कुमार आशीष घटनास्थल पर पहुंचे। हालात का जायजा लेते हुए DIG ने तत्काल प्रभाव से भगवानपुर हाट के थानाध्यक्ष सुजीत कुमार को सस्पेंड कर दिया।
मृतकों के परिजन हत्या के बदले हत्या की मांग पर अड़े हुए हैं। मौके पर भारी संख्या में छह थानों की पुलिस कैंप कर रही है। पुलिस की कई टीमों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी है।
अधिकारी बोले: जल्द होगी गिरफ्तारी
सीवान एसपी मनोज तिवारी ने बताया कि घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है। हालांकि, फायरिंग की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। घटना को सांप्रदायिक रंग न देने की अपील की गई है और स्थिति पर प्रशासन की कड़ी नजर बनी हुई है।