
छपरा। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए विविध आयोजन किये गये । इसी क्रम में आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वाराणसी मंडल के वाराणसी मंडल के बनारस एवं वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशनों से कुल दो मेमू पैसेंजर गाड़ियों का संचालन महिला रेल कर्मियों द्वारा किया गया।
दो ट्रेनों की जिम्मेदारी महिला रेल कर्मियों के कंधे पर रही
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल के बनारस स्टेशन से झूंसी के लिए गाड़ी सं 65129 (बनारस-झूंसी डेमू) ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर स्टेशन अधीक्षक ने रवाना किया । इसी क्रम में वाराणसी सिटी से गाड़ी सं 65106 (वाराणसी सिटी-गाजीपुर सिटी डेमू) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। संचालन पूरी तरह से महिला कर्मचारियों (महिला क्रू और रनिंग स्टाफ) द्वारा किया गया ।





देश के उत्थान में अपना योगदान दे रही हैं महिलाएं
ज्ञातव्य हो कि पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल पर महिला कर्मचारियों तथा यात्रियों हेतु उत्साहजनक एवं अनुकूल वातावरण बनाने के लिये व्यापक कदम उठाये गये हैं। महिला कर्मचारियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता करने के लिये समय-समय पर सेमिनार एवं नाटकों का मंचन किया जाता है। वाराणसी मंडल के सभी संवर्गों में महिलायें कार्यरत हैं और पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं तथा रेलवे एवं देश के उत्थान में अपना योगदान दे रही हैं। इस रेलवे पर महिला कर्मचारी लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, कॉन्सटेबल/रेलवे सुरक्षा बल (आर.पी.एफ.), टी.टी.ई., सिगनल एवं दूर संचार अनुरक्षक तथा ट्रैक मेन्टेनर इत्यादि महत्वपूर्ण पदों पर अपना उल्लेखनीय योगदान दे रही हैं।
महिला कर्मचारियों के समुचित विश्राम के लिये मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में ही रेस्ट रूम उपलब्ध है, जिसमे कुर्सियाँ, आर.ओ. वाटर फिल्टर, कूलर, रेफ्रिजरेटर, ओवन, टेलीविजन (टी.वी.), वाशबेसिन आदि की समुचित व्यवस्था की गई है।
रेलवे सुरक्षा बल (आर.पी.एफ.) द्वारा ट्रेनों में यात्रा करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिये मेरी सहेली अभियान शुरू किया गया है। मेरी सहेली में महिला आर.पी.एफ. कर्मचारियों की एक टीम सम्मिलित है, जो अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों से मिलकर उन्हें आश्वासन देती है कि रेलवे उनकी देखभाल करने के लिये प्रतिबद्ध है।
मेरी सहेली टीम
मंडल के महत्वपूर्ण स्टेशनों पर मेरी सहेली टीम का गठन किया गया है, जो महिला यात्रियों की शिकायतों पर उन्हें त्वरित सहायता सुनिश्चित करती हैं। मेरी सहेली टीम यात्रा के दौरान किसी तरह की शिकायत के लिये रेलवे हेल्पलाइन 139 के बारे में उन्हें जागरूक करती है। यह टीम अक्सर संकट में फंसी महिला यात्रियों की सहायता करती हैं, जिनमें गर्भवती माताएँ भी शामिल हैं जिन्हें ट्रेन यात्रा के दौरान प्रसव पीड़ा होती है।
174 महिलाओं को ट्रेनों में सुरक्षित रूप से जन्म देने में मदद
‘ऑपरेशन मातृशक्ति’ के तहत, महिला आरपीएफ कर्मियों ने अकेले 2024 में 174 महिलाओं को ट्रेनों में सुरक्षित रूप से जन्म देने में मदद की है, जिससे गोपनीयता, सम्मान और समय पर चिकित्सा सहायता सुनिश्चित हुई है। महाकुंभ-2025 जैसे प्रमुख आयोजनों के दौरान, आरपीएफ की महिला कर्मियों ने अपने पुरुष समकक्षों के साथ मिलकर अथक परिश्रम किया और प्रयागराज में पवित्र स्नान के लिए पहुंची हजारों महिला तीर्थयात्रियों को तुरंत सहायता प्रदान की।
इसके अतिरिक्त महत्वपूर्ण स्टेशनों पर विभिन्न स्वयंसेवी संस्थायें महिलाओं, बालिकाओं व बच्चों के कल्याण के लिये कार्य कर रही हैं।
इस रेलवे पर बालिकायें स्काउट एवं गाइड तथा खेल गतिविधियों में सक्रिय रूप से प्रतिभाग कर रही हैं। मंडल के कार्यालयों में महिलाओं के लिय पृथक प्रसाधन एवं कॉमन रूम की व्यवस्था की गई है।
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