बिहार

Railway Line Project: बिहार में रेलवे का नेटवर्क होगा मजबूत, जमालपुर-भागलपुर के बीच बिछेगी तीसरी और चौथी लाइन

तीसरी और चौथी लाइन से बदलेगा रेल परिचालन

Railway Line Project: बिहार में केंद्र सरकार ने सड़कों के साथ-साथ अब रेलवे नेटवर्क के विस्तार को भी मिशन मोड में ले लिया है। इस दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए रेलवे ने जमालपुर से भागलपुर के बीच तीसरी रेलवे लाइन बिछाने का सर्वे कार्य पूरा कर लिया है। इसके बाद अब चौथी लाइन के निर्माण की भी तैयारी शुरू हो चुकी है। ये परियोजना आने वाले पांच वर्षों में पूरी की जाएगी, जिस पर लगभग 2 लाख 30 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

तीसरी और चौथी लाइन से बदलेगा रेल परिचालन

रेलवे की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत पहले चरण में जमालपुर से भागलपुर के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस काम की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है। वहीं, चौथी लाइन के लिए सर्वे भी रेलवे इंजीनियरिंग और ट्रैफिक विभाग ने शुरू कर दिया है। इन दोनों लाइनों के बनने से इस रूट पर मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों के परिचालन में सुधार होगा, और ट्रेनों की गति व समयबद्धता में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

लेवल क्रॉसिंग हटेंगे, 30 ओवरब्रिज बनेंगे

रेलवे के अनुसार चौथी लाइन बिछाने से पहले इस रूट पर मौजूद 30 लेवल क्रॉसिंग को समाप्त किया जाएगा। इनकी जगह पर रेलवे ओवरब्रिज (ROB) और अंडरपास बनाए जाएंगे, जिससे सड़क और रेल यातायात दोनों के लिए सुरक्षा और सुगमता सुनिश्चित की जा सकेगी।

1094 करोड़ की लागत से बनेगी नई सुरंग

इस परियोजना के तहत जमालपुर-रतनपुर के बीच तीसरी रेल सुरंग का भी निर्माण प्रस्तावित है। वर्तमान में इस सेक्शन में दो सुरंगें मौजूद हैं — एक ब्रिटिश काल की और दूसरी 2022 में चालू हुई। नई प्रस्तावित सुरंग दोनों की तुलना में अधिक चौड़ी होगी और इसमें दो रेलवे ट्रैक बिछाए जाएंगे, जो तीसरी और चौथी लाइन का हिस्सा होंगे। इस सुरंग के निर्माण पर 1094 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

विकास की नई पटरी पर बिहार

रेलवे के इस बड़े निवेश से स्पष्ट है कि केंद्र सरकार बिहार में बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जमालपुर से भागलपुर तक तीसरी और चौथी रेल लाइन न केवल ट्रैफिक दबाव को कम करेगी, बल्कि इस क्षेत्र के औद्योगिक और सामाजिक विकास को भी नई गति देगी।

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

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