राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याययात्रा आज शुक्रवार को बिहार के सासाराम में है. इस दौरे के दौरान बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी सासाराम पहुंचे. यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव भी राहुल गांधी के साथ जीप में चढ़े और ड्राइवर की सीट पर बैठे. अब राजनीतिक गलियारों में इसके मायने निकाले जा रहे हैं. आखिर ड्राइवर सीट से तेजस्वी यादव क्या संदेश देना चाहते हैं? जहां कांग्रेस और राजद का कहना है कि वे गति पकड़ेंगे और बिहार में राहुल और तेजस्वी के समर्थन से 2024 में केंद्र में सरकार बनाएंगे, वहीं भाजपा ने कहा है कि उनकी गाड़ी आगे नहीं बढ़ेगी।
राजद और कांग्रेस की गाड़ियां पंक्चर हो जाएंगी.
बीजेपी प्रवक्ता राकेश सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव और राहुल गांधी दोनों परिवारवादी और भ्रष्ट लोग हैं. दोनों एक ही गाड़ी में हैं. यह तो समय ही बताएगा कि गाड़ी कहां रुकती है, जिसमें दो भ्रष्ट लोग और दो परिवार के सदस्य बैठे हों, लेकिन हमें विश्वास है कि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल की यह गाड़ी जल्द ही खराब हो जाएगी।
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि एक तो बिहार की सड़कें इतनी अच्छी हैं, दिन में क्यों रात में भी चलें. बिहार में सरकार इतनी अच्छी है, कानून-व्यवस्था इतनी अच्छी है कि यह आपको तय करना है कि कमान कौन संभालेगा और उसका सहायक कौन होगा। हमने सड़कें बनाई हैं और आप घूमेंगे तो आपको बिहार का विकास भी दिखेगा. लोकसभा चुनाव के मौके पर बोलते हुए नीरज कुमार ने कहा कि ये उनका सवाल है, लेकिन इंडिया गठबंधन में कुछ बचेगा तभी तो इंडिया गठबंधन के घटक दल टूटेंगे.
आरजेडी ने कहा- ‘दिक्कत कहां है…?’
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में तो ड्राइविंग सीट पर तेजस्वी यादव हैं ही इसमें कहां कोई दिक्कत है. तेजस्वी यादव ने तो बिहार विधानसभा में एलान करते हुए नीतीश कुमार को कह दिया कि वो बीजेपी मुक्त भारत बनाने का झंडा लेकर आगे बढ़े थे, लेकिन उनका भतीजा अब नरेंद्र मोदी को रोकेगा. देश की ड्राइविंग सीट पर राहुल गांधी और बिहार की ड्राइविंग सीट पर तेजस्वी यादव हैं. तेजस्वी और राहुल की जोड़ी बिहार में लोकसभा की सभी 40 सीट जीत कर दिखाएगी.
कांग्रेस के नेता इसे कैसे देख रहे?
कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि इंडिया गठबंधन एक व्यापक गठबंधन है. एक नीतीश कुमार पलटी मारे हैं. कई राज्यों में हमारा गठबंधन निश्चित रूप से मजबूती पर है. उन्होंने कहा कि बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में सभी घटक दल तेजस्वी यादव को अपना नेता मानकर ही चुनाव लड़े थे. आज भी बिहार में आरजेडी बड़ा दल है, इसलिए उनकी भागीदारी और हिस्सेदारी बड़ी है. हम लोग के गठबंधन में सामूहिक निर्णय लिए जाते हैं. बिहार में निश्चित तौर पर आरजेडी व्यापक है तो उनकी बात ही चलेगी.