नेशनल डेस्क। भारत एक विविधता से भरपूर देश है, जहां धार्मिक स्थल, ऐतिहासिक धरोहर, हिल स्टेशन, और सांस्कृतिक विरासत पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इन सभी स्थानों तक पहुंचने के लिए भारतीय रेलवे एक अहम भूमिका निभाता है, जो देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ते हुए आर्थिक गतिविधियों को गति देता है। भारतीय रेलवे का नेटवर्क विश्व का चौथा सबसे बड़ा है, जिसमें रोजाना 13,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन होता है और यह लगभग 38,000 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर फैला हुआ है। इस नेटवर्क ने देशभर में रेल यात्रा को सुगम और सुलभ बना दिया है। यह नेटवर्क देश के हर कोने में फैला हुआ है, चाहे हम बात करें शहरी क्षेत्र की या फिर ग्रामीण रेलवे स्टेशन में देशभर के लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने का काम किया है। साथ ही इससे सफर करने पर समय और रुपये दोनों की बचत होती है।
मथुरा जंक्शन
हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत का एक ऐसा रेलवे स्टेशन है, जहां से आप देश की चारों दिशाओं में यात्रा कर सकते हैं? जी हां, हम बात कर रहे हैं मथुरा जंक्शन की, जो न केवल एक महत्वपूर्ण रेलवे केंद्र है, बल्कि भारत का इकलौता ऐसा स्टेशन है जहां से चारों दिशाओं के लिए ट्रेनें जाती हैं।
एक अद्वितीय रेलवे स्टेशन
मथुरा जंक्शन उत्तर मध्य रेलवे जोन में स्थित है और यह देश के सबसे बड़े रेलवे जंक्शनों में से एक माना जाता है। मथुरा जंक्शन पर कुल 10 प्लेटफार्म हैं, और यहां 24 घंटे विभिन्न दिशाओं के लिए ट्रेनें उपलब्ध हैं। विशेष बात यह है कि यहां से रोजाना 197 ट्रेनों का स्टॉपेज होता है, जिनमें राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, सुपरफास्ट, एक्सप्रेस, मेल, मेमो और डेमो ट्रेनें शामिल हैं। इसके अलावा, मथुरा जंक्शन से 13 ट्रेनें अलग-अलग दिशाओं के लिए सीधी शुरुआत करती हैं।
ऐतिहासिक महत्व और धार्मिक स्थल
मथुरा, भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि होने के नाते एक प्रमुख धार्मिक स्थल भी है। 1875 में पहली बार मथुरा जंक्शन से ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ था और तब से यह स्टेशन न केवल रेलवे के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि धार्मिक यात्रियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। होली और जन्माष्टमी के समय यहां भारी भीड़ होती है और भारतीय रेलवे इस दौरान स्पेशल ट्रेनों का संचालन करता है ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो सके।
मथुरा में आने का सही समय
मथुरा का सबसे बड़ा त्योहार जन्माष्टमी और होली हैं। यदि आप मथुरा को एक्सप्लोर करना चाहते हैं तो इन त्योहारों के समय यहां आ सकते हैं। जन्माष्टमी के दौरान भगवान कृष्ण की जन्मलीला का भव्य आयोजन होता है, वहीं होली के समय यहां की लट्ठमार होली और फूलों की होली दर्शनीय होती है। यह मौके मथुरा की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को जानने का सबसे बेहतरीन समय होते हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन का भी अहम हिस्सा
मथुरा जंक्शन न केवल भारत का इकलौता रेलवे स्टेशन है, जहां से चारों दिशाओं के लिए ट्रेनें जाती हैं, बल्कि यह भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन का भी अहम हिस्सा है। यहां से ट्रेन पकड़कर आप न केवल अपनी यात्रा पूरी कर सकते हैं, बल्कि भारत के इस ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल को भी अपने अनुभवों में शामिल कर सकते हैं।
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