बिहार के सुशांत यादव ने तीसरे प्रयास में UPSC पास कर बना IAS, पिता है बैंक मैनेजर

सहरसा। सहरसा जिले के छोटे से गांव मोरकाही से निकलकर देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा पास करना कोई आसान सफर नहीं, लेकिन सुशांत कुमार ने यह कर दिखाया। UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में ऑल इंडिया रैंक 405 हासिल कर उन्होंने साबित कर दिया कि अगर लक्ष्य बड़ा हो और इरादा मजबूत, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं।
सुशांत सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के मोरकाही गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता शंभू प्रसाद यादव, झारखंड के रांची स्थित केनरा बैंक में मुख्य प्रबंधक हैं, जबकि मां एक गृहिणी हैं। सुशांत की बड़ी बहन डॉक्टर हैं और पूरा परिवार इस सफलता से बेहद गर्वित और भावुक है।
IIT रुड़की से सफर शुरू, फिर अमेरिका की कंपनी छोड़ी
सुशांत ने IIT रुड़की से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। इसके बाद उन्होंने अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनी सेल्सफोर्स में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी शुरू की। लेकिन देश की सेवा का सपना लिए उन्होंने यह हाई प्रोफाइल जॉब छोड़ दी और सिविल सेवा की तैयारी में जुट गए।
तीसरे प्रयास में सफलता, पहले दो में भी शानदार प्रदर्शन
सुशांत ने बताया कि यह उनका तीसरा प्रयास था। पहले प्रयास में वे मेंस तक पहुंचे, दूसरे में उन्हें इंडियन ट्रेड सर्विस मिला और तीसरे में उन्होंने बाज़ी मार ली। यह सफलता उनके लगातार प्रयास, सकारात्मक सोच, और सपनों पर विश्वास का नतीजा है।
परिवार में जश्न का माहौल
उनके पिता ने कहा, “बेटे की इस सफलता से गांव और परिवार में खुशी का माहौल है। सुशांत ने जो ठाना, उसे पूरा कर दिखाया।” सुशांत की यह उपलब्धि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो छोटे शहरों या गांवों से हैं और सिविल सेवा को अपना लक्ष्य बना रहे हैं।
सुशांत की कहानी यही कहती है कि अगर आप कड़ी मेहनत, धैर्य और समर्पण के साथ अपने सपनों की ओर बढ़ते हैं, तो कोई भी मंजिल नामुमकिन नहीं।