Vande Bharat Express: गोरखपुर-प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस अब चलेगी 16 कोच के साथ
अधिक से अधिक यात्रियों को सफर का मौका मिल सकेगा

गोरखपुर। यात्रियों की सुविधा में इजाफा करते हुए भारतीय रेलवे ने गोरखपुर-प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस (22549/22550) में कोचों की संख्या को दोगुना करने का निर्णय लिया है। अब यह ट्रेन 8 की जगह पूरे 16 कोच के साथ संचालित की जाएगी, जिससे अधिक से अधिक यात्रियों को सफर का मौका मिल सकेगा।
रेल मंत्रालय के इस फैसले से गोरखपुर और प्रयागराज जैसे दो प्रमुख शहरों के बीच यात्रा करने वाले हज़ारों यात्रियों को न केवल अतिरिक्त सीटें मिलेंगी, बल्कि त्योहारों, परीक्षाओं और विशेष अवसरों पर वेटिंग लिस्ट की समस्या से भी काफी हद तक राहत मिलेगी।
यह बदलाव क्यों है खास?
- लंबी वेटिंग लिस्ट का समाधान: ज्यादा कोच का मतलब ज्यादा सीटें और कम इंतजार।
- सुविधाजनक और तेज़ यात्रा: वंदे भारत एक्सप्रेस की खासियत ही है इसकी गति और आराम।
- धार्मिक व शैक्षणिक कनेक्टिविटी को बढ़ावा: प्रयागराज और गोरखपुर दोनों धार्मिक, प्रशासनिक और शैक्षणिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण शहर हैं।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” और “सुविधाजनक भारत” विजन का हिस्सा है, जहां आधुनिक रेल नेटवर्क के जरिए आम नागरिकों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराना प्राथमिकता है।
रेलवे बोर्ड द्वारा तकनीकी परीक्षण और कोचों की उपलब्धता सुनिश्चित होते ही यह नया रैक संचालन में लाया जाएगा। संभावना है कि आगामी महीनों में इसे यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।
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वंदे भारत का सफर और अब ज्यादा बेहतर
वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत से ही इसे यात्रियों का जबरदस्त समर्थन मिला है। तेज रफ्तार, कम समय में दूरी तय करना, और आधुनिक सुविधाओं से लैस होने के कारण यह ट्रेन लगातार लोकप्रिय हो रही है। अब 16 कोच जोड़ने से इसकी क्षमता में लगभग दोगुनी वृद्धि होगी।
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रेलवे का यह फैसला एक दूरदर्शी पहल है, जो न सिर्फ उत्तर प्रदेश के दो बड़े शहरों को जोड़ेगा, बल्कि यात्रा को सुविधाजनक और समावेशी बनाने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा।