Railway News: छपरा जंक्शन बनेगा पूर्वी बिहार का मॉडल स्टेशन, यात्रियों को मिलने वाली हैं आधुनिक सुविधाएँ
जीएम ने किया निरीक्षण, यात्री सुविधाओं का खाका खींचा

छपरा : पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक उदय बोरवणकर ने शनिवार को गोरखपुर-छपरा मुख्य रेलखंड का संरक्षा एवं सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ वाराणसी मंडल के रेल प्रबंधक आशीष जैन समेत रेलवे के कई शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे।
निरीक्षण का मुख्य फोकस छपरा जंक्शन रहा, जहाँ महाप्रबंधक ने प्लेटफॉर्म, रनिंग रूम, वाशिंग पिट, कोचिंग डिपो, मेडिकल राहत यान, पावर सब स्टेशन और यार्ड की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने प्लेटफॉर्म नंबर-01 और रिले रूम का बारीकी से निरीक्षण किया और रनिंग रूम में ठहरे कर्मचारियों से सीधा संवाद कर उनकी सुविधाओं की गुणवत्ता की जानकारी ली। जीएम ने कर्मचारियों की संतुष्टि पर संतोष भी जताया।
रेल प्रशासन का ध्यान यात्री सुविधाओं के विस्तार और छपरा जंक्शन को आधुनिक स्वरूप देने पर केंद्रित है। डीआरएम आशीष जैन ने जीएम को पुनर्विकास परियोजना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्टेशन पर नया भवन, द्वितीय प्रवेश द्वार, 10 मीटर चौड़ा पैदल उपरिगामी पुल, वेटिंग हॉल, एटीएम, लिफ्ट और एस्केलेटर जैसी आधुनिक सुविधाएँ जोड़ी जाएंगी। यात्रियों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था भी की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने रेलवे स्टेशनों पर इंटरलॉकिंग स्टैंडर्ड, ब्लॉक वर्किंग, ऑटोमेटिक कलर लाइट सिगनलिंग, रेल पथ, ओवरहेड ट्रैक्शन, सिगनल पोस्टों और ट्रैक्शन पोलों की स्थिति की भी जाँच की। उन्होंने साफ-सफाई और यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
छपरा जंक्शन पर आयोजित औपचारिक बैठक में महाप्रबंधक ने स्थानीय पत्रकारों, यूनियन पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने स्टेशन से जुड़ी भावी परियोजनाओं और विकास योजनाओं की जानकारी साझा की।
रेलवे प्रशासन का कहना है कि पुनर्विकास कार्य पूरे होने के बाद छपरा जंक्शन न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे पूर्वी भारत का मॉडल स्टेशन बनकर उभरेगा। इससे यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएँ मिलेंगी और छपरा जंक्शन का महत्व और बढ़ जाएगा।