ट्रेन में नहीं था पेंट्री कोच, दूध के लिए रो रहा था बच्चा, रेलवे ने पूरा महिला का डिमांड

छपरा। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल भरतीय रेल के साथ-साथ मंडल में अपने सम्मानित उपभोक्ताओं को दिन-प्रतिदिन बेहतर यात्रा सुविधा उपलब्ध करा रहा है और स्टेशनों अथवा ट्रेनों में यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाता है। स्टेशन अथवा यात्रा के दौरान रेल उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिये रेल प्रशासन के साथ-साथ रेल कर्मचारी भी 24 घंटे सहायता के लिये मुस्तैद रहती है।
रेल मदद एप बन रहा सार्थक
‘रेल मदद‘ ऐप, हेल्प लाइन नम्बर-139, एस.एम.एस एवं वेब के माध्यम से प्राप्त परिवादों का समय से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जा रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में आज दिनांक 17 सितम्बर 24 को शाम 15:04 बजे गाड़ी सं 14650 अमृतसर -जयनगर सरयुग यमुना एक्सप्रेस गाड़ी के वातानुकूलित इकोनॉमी श्रेणी के एम 07 कोच में बर्थ सं 71 पर यात्रा कर रही वनिता रानी नाम के महिला द्वारा रेल मदद के माध्यम से अपने छोटे बच्चे को फिड कराने के लिए दूध उपलब्ध कराने की मांग की।
ट्रेन में नहीं था कोई पेंट्री कार
यह सूचना उक्त गाड़ी में कोई पैंट्री कार नहीं होने के करण गाड़ी के बलिया पहुंचने के पूर्व रेल मदद के माध्यम से वाराणसी मंडल के कमर्शियल कंट्रोल दीपक कुमार मल्ल को बताया गया। अनिल यादव ने बलिया रेलवे स्टेशन पर तैनात टिकट कलेक्टर घनश्याम को इस बाबत सूचित किया जिसके उपरांत घनश्याम ने समय से पहले दूध की बोतल का व्यवस्था की और गाड़ी के बलिया पहुंचते ही महिला यात्री को दूध पहुंचाया।
महिला यात्री ने रेलवे द्वारा मदद की गुहार पर त्वरित कार्यवाही के लिए आभार प्रकट किया और रेल कर्मचारियों को धन्यवाद किया।