
छपरा। सारण जिले के डोरीगंज थाना क्षेत्र में वर्ष 2019 में दर्ज एक कथित दहेज हत्या के मामले में चौंकाने वाला मोड़ आ गया है। जिस महिला सोनी कुमारी को मृत मानकर उसके पति सोनू कुमार पर हत्या और शव गायब करने का आरोप लगाया गया था, वह छह साल बाद पटना जिले के पुनपुन थाना क्षेत्र से जिंदा बरामद हुई है। इस घटना ने न सिर्फ पुलिस महकमे बल्कि न्यायिक प्रणाली को भी हिला कर रख दिया है।
2019 में दर्ज हुआ था हत्या का केस
यह पूरा मामला कांड संख्या 142/19 से जुड़ा है, जिसमें सोनी कुमारी के मायकेवालों ने पति सोनू कुमार के खिलाफ दहेज हत्या और शव गायब करने का संगीन आरोप लगाया था। उस वक्त माना गया कि सोनी की हत्या कर दी गई है और उसका शव गायब कर दिया गया। इस आधार पर सोनू पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 201 और 498ए के तहत मामला दर्ज हुआ। तब से वह खुद को निर्दोष साबित करने के लिए कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटता रहा।
दूसरे युवक से शादी, अब तीन बच्चों की मां
अब इस केस में सारण रेंज के डीआईजी नीलेश कुमार की सक्रियता से मामला उजागर हुआ है। सोनू ने जब डीआईजी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई, तो उनके निर्देश पर सदर एसडीपीओ राम पुकार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने 25 जुलाई 2025 को पटना जिले के पुनपुन थाना क्षेत्र से सोनी कुमारी को जिंदा बरामद कर लिया।
पुलिस पूछताछ में सोनी ने बताया कि उसने वहां के नयाचक गांव निवासी रवि राज से विवाह कर लिया है और अब वह तीन बच्चों की मां बन चुकी है। उसने स्पष्ट रूप से कहा कि वह अब सोनू कुमार के साथ नहीं रहना चाहती।
प्रेम, धोखा और जबरन शादी की कहानी
इस प्रकरण में एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। पीड़ित सोनू ने बताया कि उसकी और सोनी की मुलाकात मोबाइल पर बातचीत के दौरान हुई थी। धीरे-धीरे दोनों में मित्रता बढ़ी और फिर एक दिन सोनी ने उसे अपने गांव भेल्दी बुलाया, जहां गांव के लोगों ने दोनों की मंदिर में जबरन शादी करवा दी।
हालांकि शादी के कुछ दिन बाद ही सोनी घर से भाग गई। इसके बाद मायकेवालों ने सोनू पर दहेज हत्या का मामला दर्ज कर दिया। सोनू ने दावा किया कि सोनी ने महज टाइम पास के लिए उससे दोस्ती की थी और जब उसे जबरन विवाह करना पड़ा, तो उसने पलायन कर लिया।
डीआईजी की निगरानी में हुआ खुलासा
इस पूरे मामले में सोनू की ओर से दी गई जानकारी पर भरोसा करते हुए डीआईजी ने पुलिस टीम को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद जब सोनी जिंदा बरामद हुई, तो उसे डोरीगंज थाने लाया गया और फिर न्यायालय में 164 के तहत उसका बयान दर्ज कराया गया।
अब पीड़ित पति न्याय की मांग कर रहा
छह साल तक जिस युवक को एक झूठे हत्या केस में आरोपी बनाकर समाज और कानून की नजरों में दोषी बना दिया गया, अब वह सत्य के सामने आने के बाद न्याय की गुहार लगा रहा है। सोनू कुमार ने कहा, “मुझे मानसिक, सामाजिक और कानूनी रूप से प्रताड़ित किया गया। मेरे जीवन के छह साल बर्बाद हो गए। अब मेरी मांग है कि मेरे खिलाफ झूठा केस दर्ज करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो।”