
छपरा। बिहार की बहुप्रतीक्षित और महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल शेरपुर-दिघवारा सिक्स लेन गंगा पुल के निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है। ₹3200 करोड़ की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा बन रहे इस 14.52 किलोमीटर लंबे पुल का निरीक्षण आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया और अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुल पटना जिले के शेरपुर से शुरू होकर सारण जिले के दिघवारा तक जाएगा और यह सिर्फ एक पुल नहीं, बल्कि पटना रिंग रोड की एक प्रमुख कड़ी के रूप में काम करेगा। उन्होंने अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने और निर्धारित समयसीमा (2027) तक इसका निर्माण पूरा करने की हिदायत दी।
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क्या बोले मुख्यमंत्री?
निरीक्षण के बाद नीतीश कुमार ने कहा: “यह पुल सिर्फ पटना और सारण को नहीं जोड़ेगा, बल्कि बिहटा-सर्मेरा पथ से भी इसका सीधा जुड़ाव होगा। इसके नीचे से जेपी गंगा पथ का विस्तार किया जा रहा है, जिससे राजधानी के यातायात को सुगमता मिलेगी। शेरपुर-दिघवारा गंगा पुल के चालू होने के बाद उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच की दूरी और समय दोनों कम होंगे।”
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पुल की खासियतें:
- लंबाई: 14.52 किमी
- प्रकार: सिक्स लेन पुल
- लागत: ₹3200 करोड़
- निर्माण एजेंसी: NHAI
- निर्माण अवधि: 2027 तक पूर्ण होने की संभावना
- जुड़ाव: पटना रिंग रोड, बिहटा-सर्मेरा पथ, जेपी गंगा पथ
लाभ क्या होंगे?
- यातायात में राहत: पटना के पश्चिमी इलाके और उत्तर बिहार से राजधानी का जुड़ाव आसान होगा।
- विकास को बढ़ावा: नए उद्योग, व्यापार और शहरीकरण की संभावनाएं बढ़ेंगी।
- समय की बचत: पुल से यात्रा दूरी कम होगी, जिससे यात्री और माल परिवहन दोनों में समय की बचत होगी।
- रिंग रोड नेटवर्क: पटना रिंग रोड से जुड़ने के बाद यह पुल राजधानी के चारों ओर निर्बाध यातायात सुविधा देगा।
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आगे की योजना:
मुख्यमंत्री ने संकेत दिया कि इस पुल के साथ-साथ आस-पास की सड़कों, सर्विस लेन और संपर्क मार्गों का भी विकास किया जाएगा। पटना और सारण को जोड़ने वाला यह पुल आने वाले वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का प्रतीक बनेगा।
इससे स्पष्ट है कि शेरपुर-दिघवारा गंगा पुल बिहार के लिए केवल एक इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि एक रणनीतिक कनेक्टिविटी का स्तंभ है जो पूरे राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास की रफ्तार को नई ऊंचाई देगा।