
हाजीपुर (बिहार): बिहार के वैशाली जिले के हाजीपुर शहर ने एक और गौरवशाली उपलब्धि हासिल की है। बिदुपुर थाना क्षेत्र के बाजितपुर गांव निवासी सौरभ सुमन ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में शानदार सफलता अर्जित करते हुए 391वीं रैंक हासिल की है। उनके इस कामयाबी से न केवल परिवार बल्कि पूरे गांव और बिहार को गर्व महसूस हो रहा है।
साधारण पृष्ठभूमि से असाधारण सफर
सौरभ के पिता सुनील कुमार एक इंजीनियर हैं। सौरभ की शुरुआती शिक्षा गांव में ही हुई और फिर उन्होंने उच्च शिक्षा के साथ-साथ UPSC की तैयारी शुरू की। उनके आत्मविश्वास और निरंतर मेहनत ने उन्हें आज IAS जैसे प्रतिष्ठित पद तक पहुंचा दिया है।




यूपीएससी परीक्षा में कड़ी प्रतिस्पर्धा
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प्रीलिम्स परीक्षा: 16 जून 2024
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कुल अभ्यर्थी: 5,83,213
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मेंस परीक्षा: 20-29 सितंबर 2024
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कुल चयनित उम्मीदवार: 1009
इनमें से सौरभ सुमन का नाम IAS पद के लिए चयनित उम्मीदवारों में शामिल होना पूरे हाजीपुर के लिए गौरव की बात है।
गांव में जश्न का माहौल
सौरभ की सफलता की खबर मिलते ही उनके गांव बाजितपुर में खुशी की लहर दौड़ गई। लोग मिठाइयां बांटते नजर आए और बधाई देने वालों का तांता लग गया। सौरभ के माता-पिता ने भावुक होकर कहा, “हमेशा विश्वास था कि बेटा कुछ बड़ा करेगा, आज वो सपना पूरा हुआ है।”
IAS बनने के बाद मिलती हैं ये सुविधाएं
IAS अधिकारी बनने के बाद सरकार की ओर से अनेक सुविधाएं दी जाती हैं:
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सरकारी आवास
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सरकारी वाहन
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स्वास्थ्य सेवाएं
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पेंशन
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घरेलू स्टाफ जैसे रसोइया, माली, सुरक्षा कर्मी आदि
इन सुविधाओं के साथ IAS अधिकारियों को जनता की सेवा का बड़ा दायित्व भी निभाना होता है।
प्रेरणादायक संदेश
सौरभ की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो कठिन मेहनत और समर्पण से अपने सपनों को साकार करने का हौसला रखते हैं। उनका यह सफर दिखाता है कि गांव की गलियों से निकलकर भी कोई देश की सबसे कठिन परीक्षा को पार कर सकता है।
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