छपरा। छपरा के प्रेक्षागृह में तीन दिवसीय पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तीसरे दिन प्रशिक्षण के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों को एसपी द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान एक हजार पुलिसकर्मियों में 60 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। इस दौरान सारण एसपी और डीएसपी सहित सभी पदाधिकारी मौजूद रहे। सभी उपस्थित अधिकारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पुलिसकर्मियों को मोटिवेट किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान भारतीय कानून में बदलाव को लेकर सभी इंस्पेक्टर, एसआई, एएसआई, पीएसआई मौजूद रहे। उपस्थित पुलिस पदाधिकारी को ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से प्रशिक्षित किया गया। 1 जुलाई से भारतीय कानून में बदलाव करते हुए नए सेक्सन और धारा में बदलाव किया गया है। एक जुलाई से भारतीय न्याय संहिता, भारतीय न्याय प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के तहत कार्यवाई की जाएगी।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण के बारे में जनाकारी देते हुए एसपी कुमार आशीष ने बताया की तीनदिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सारण जिला पुलिस,रेल पुलिस और BSAP के पुलिसकर्मी सम्मिलित हुए ।
तीन दिनों तक पौने तीन सौ का बैच बनाकर पुलिसकर्मी को प्रशिक्षित किया गया। जिसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले 60 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया। आगे भी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा। एक जुलाई से नए कानून लागू किये जा रहे है। उनमें क्या क्या बदलाव किया गया है। कैसे नए नियमो को लागू किया जाएगा। इसकी जानकारी दी गई।
भारतीय न्याय संहिता पहले आईपीसी कहा जाता था। इसमे सेक्सन कम किये गए है और सेक्शन को बृहत रूप से किया गया है। नए तरीके से नियम को जोड़ा गया है। बहुत पुराने नियम अंग्रेजो के जमाने की उनको हटाया गया है।
इसी प्रकार भारतीय दंड संहिता थी पहले उसे अब भारतीय न्याय प्रक्रिया से संहिता किया गया है। उसमे इस नियम को कैसे लागू किया जाना है। उसको समझाया गया है। इंडियन एविडेंस एक्ट हुआ करता था। उसे अब भारतीय साक्ष्य अधिनियम के नाम से जाना जा रहा है।
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