छपरा। लोकसभा आम चुनाव के निमित्त शनिवार को इवीएम का विखण्डन कार्य शुरू किया गया। इसके लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी -सह- जिला पदाधिकारी अमन समीर ने राजनीतिक दलों की उपस्थिति में सदर प्रखंड के निकट अवस्थित इवीएम वेयरहाउस का सील खुलवाया।
उन्होंने बताया कि इवीएम की पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग के स्तर पर फूलप्रूफ व्यवस्था की गयी है। अभी तक जिला को उपलब्ध सभी मशीनें डीईओ के लॉगइन में हैं। अर्थात इनका कस्टोडियन मैं हूँ। जैसे ही यह मशीनें विधान सभा वार विखण्डित होकर चुनाव आयोग के विशेष ऐप ईएमएस पर स्कैन होंगी उक्त मशीनें उस विधान सभा में प्रदर्शित होने लगेंगी। इसके साथ ही उन मशीनों के कस्टोडियन संबंधित एआरओ हो जाएंगे।
इस प्रक्रिया के संपन्न होने के बाद मशीनों को संबंधित विधान सभा के डिस्पैच सेंटर को भिजवा दिए जाएंगे।
डीएम श्री समीर ने बताया कि एक बॉक्स में 10 मशीन रखे गए हैं। परंतु कौन सी मशीन कहां गयी इसको सॉफ्ट वेयर रैंडमाइजेशन के द्वारा तय करता है।उसमें कोई भी काम मैनुअल नहीं होता। न ही इसमें कोई बदलाव किया जा सकता है। इसी प्रकार किस बूथ पर किन मशीनों का सेट जाएगा इसे भी द्वितीय रैंडमाइजेशन में ऐप ही सुनिश्चत करता है। उन्होंने शुक्रवार को रैंडमाइज्ड सूची से कौन सी मशीन किस विधान सभा को अलॉट की गयी है, इसे खोज कर दिखाया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ईवीएम मशीन की मशीन यूनिक आईडी पूरे देश में इकलौती है। इसे चुनाव आयोग ईएमएस ऐप द्वारा ट्रैक कर सकता है कि कौन सी विशिष्ट मशीन किस राज्य, जिला, विधान सभा और बूथ पर है।
उन्होंने कहा कि यह सब इवीएम के प्रयोग में पारदर्शिता लाने के लिए किया गया है। उन्होंने कार्य में लगाए गए अधिकारियों और कर्मियों को सूक्ष्मता और संयम के साथ त्रुटि रहित कार्य करने का निदेश दिया। इस अवसर पर नगर आयुक्त सुमित कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल, डीएमडब्लूओ रवि प्रकाश, डीसीओ हरिशंकर प्रसाद, राजद के उपेंद्र यादव, एलजेपीआर के दीपक कुमार सिंह, भाजपा के सत्या सिंह आदि उपस्थित थे।
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