
छपरा। आधार कार्ड और मोबाइल नंबर लिंक कराने की आड़ में चल रहे साइबर ठगी के एक बड़े नेटवर्क का सारण पुलिस ने खुलासा किया है। त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर थाना पुलिस ने दो शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी लिंक के जरिए बायोमेट्रिक जानकारी हासिल कर लोगों के बैंक खातों से अवैध निकासी कर रहे थे। मामले में आगे की जांच जारी है और अन्य संलिप्त अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
आधार–मोबाइल लिंक के नाम पर 30 हजार की ठगी
साइबर थाना से मिली जानकारी के अनुसार, 12 दिसंबर 2025 को प्राप्त एक लिखित शिकायत के आधार पर साइबर थाना कांड संख्या 440/25 दर्ज किया गया। वादी सुरेन्द्र भारती ने बताया कि वे चंदन इंटरप्राइजेज, चैनपुर (सिवान) में आधार कार्ड से मोबाइल लिंक कराने गए थे। वहां उनसे पाँचों उंगलियों का बायोमेट्रिक निशान लिया गया। इसके कुछ ही समय बाद उनके बैंक खाते से 30,000 रुपये की अवैध निकासी कर ली गई।
तकनीकी जांच में खुला फर्जीवाड़ा
मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर थाना पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान शुरू किया। जांच के क्रम में प्राथमिक अभियुक्त चंदन कुमार दूबे को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से बरामद मोबाइल फोन और लैपटॉप की जांच करने पर कई महत्वपूर्ण डिजिटल साक्ष्य मिले।
जांच में यह सामने आया कि अभियुक्त अपने सहयोगी अंकित कुमार प्रसाद के साथ मिलकर सरकार द्वारा निर्धारित आधिकारिक लिंक का उपयोग नहीं करता था, बल्कि फर्जी लिंक के माध्यम से आधार–मोबाइल लिंक करने का काम करता था। इसके बाद अन्य सहयोगियों की मदद से पीड़ितों के बैंक खातों से अवैध रूप से धनराशि निकाल ली जाती थी।
गया से दूसरा अभियुक्त गिरफ्तार
तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने अंकित कुमार प्रसाद को गया से गिरफ्तार कर लिया। दोनों अभियुक्तों से पूछताछ जारी है और नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
जप्त सामान
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से पुलिस ने
लैपटॉप – 02
मोबाइल फोन – 03
हार्ड डिस्क – 01
बरामद किया है, जिन्हें विधिवत जप्त कर लिया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण
चंदन कुमार दूबे, पिता – विद्या प्रसाद, निवासी – कतोखर, थाना – मांझी, जिला – सारण।
अंकित कुमार प्रसाद, पिता – ओमप्रकाश दुबे, निवासी – नोनिया टोली, थाना – सिसवन, जिला – सिवान।
पुलिस की अपील
सारण पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि आधार–मोबाइल लिंक या किसी भी प्रकार की बायोमेट्रिक प्रक्रिया केवल सरकारी अथवा अधिकृत केंद्रों पर ही कराएं। किसी भी संदिग्ध लिंक, कॉल या व्यक्ति से सतर्क रहें। साइबर अपराध से संबंधित किसी भी सूचना के लिए तत्काल साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी थाना से संपर्क करें।
सारण पुलिस ने स्पष्ट किया है कि साइबर अपराधियों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।



