
·एनक्वास के तहत नेशनल सर्टिफाइड सारण का पहला आयुष्मान आरोग्य मंदिर बना फुलवरिया
· नेशनल रैंकिंग में मिला 90.45 प्रतिशत स्कोर
· प्रसव पूर्व देखभाल और शिशु स्वास्थ्य सहित कई बिन्दुओं पर मिला 100 प्रतिशत अंक
·ग्रामीण क्षेत्र में मरीजों को मिल रही है गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं
छपरा। ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को उत्कृष्ट और उच्च गुणवताापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने वाले सारण जिले के मकेर प्रखंड के फुलवरिया पंचायत के आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) को राष्ट्रीय गुणवत्ता आवश्वासन मानक के तहत नेशनल प्रमाण पत्र हासिल हुआ है। राष्ट्रीय असेस्मेंट में आयुष्मान आरोग्य मंदिर को कुल 90.45 प्रतिशत अंक मिला है। इसके साथ हीं परिवार नियोजन, केयर इन प्रेग्नेंसी एंड चाइल्ड केयर, किशोर स्वास्थ्य में 100 प्रतिशत अंक हासिल हुआ है।
यह सारण जिला का पहला हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर है जो राष्ट्रीय गुणवत्ता आवश्वासन मानक के तहत राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित हुआ है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र प्रदान करने के पूर्व विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर परीक्षण किया जाता है। इनमें उपलब्ध सेवाएं, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर शामिल हैं। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किए जाते हैं।





नेशनल असेसमेंट टीम द्वारा 8 कंसर्न एरिया के अंतर्गत 7 मैंडेटरी सर्विसेज का असेसमेंट किया गया था। जिसमे स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 90.45% स्कोर दिया गया है।
राज्य स्तर से मिल चुका है एनक़्यूएएस का प्रमाण पत्र:
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि फुलवरिया आयुष्मान आरोग्य मंदिर पहले राज्य स्तर से राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत सर्टिफाइड हो चुका है। राज्य स्तरीय रैंकिंग में इस सेंटर को कुल 91 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ था। राज्य स्तर से प्रमाणित होने के बाद नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए अप्लाई किया गया था। जिसके बाद सेंट्रल टीम ने मूल्यांकन किया गया।
नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए कम से कम 70% अंक आवश्यक था। अब यह सेंटर 90.45% अंक के साथ नेशनल सर्टिफाइड हो गया है। यह सफलता जिला स्तरीय अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों और सभी सहयोगियों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है। यह उपलब्धि साबित करती है कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को उच्च गुणवत्ता के साथ संचालित किया जा रहा है।
इस मान्यता से न केवल फुलवरिया आयुष्मान आरोग्य मंदिर की प्रतिष्ठा बढ़ी है, बल्कि यह जिले के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत बनेगा। इससे स्थानीय लोगों को बेहतर और अधिक विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त होंगी, जिससे संपूर्ण क्षेत्र के स्वास्थ्य मानकों में सुधार होगा।यह सफलता स्वास्थ्य विभाग की निरंतर प्रयासों और समर्पण का प्रमाण है, और इससे भविष्य में अन्य स्वास्थ्य केंद्रों को भी अपनी सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की प्रेरणा मिलेगी।
हर साल मिलेगा 1.26 लाख रूपये :
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा 3 साल तक प्रत्येक वर्ष 1.26 लाख रूपये दिया जायेगा। जो आयुष्मान आरोग्य मंदिर के उन्नयन में ख़र्च किया जायेगा। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक का उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक सर्वोत्तम मानकों के अनुरूप ढालना है। इसके तहत स्वास्थ्य केंद्रों के लिए पूर्व निर्धारित मानकों के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है। इन मानकों में साफ-सफाई, मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, उपकरणों की स्थिति, उपचार की प्रक्रिया और रोगियों की संतुष्टि शामिल हैं। साथ ही, मानक संचालन प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल के पालन की भी जांच की जाती है। एनक्वास का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य केंद्रों को अपनी गुणवत्ता का आकलन करने और उसे सुधारने के लिए प्रेरित करना है, ताकि नागरिकों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
मरीजों को मिल रहीं है शत-प्रतिशत दवा:
डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 151 प्रकार का दवा, 14 प्रकार के जाँच की सुविधाएं, टीकाकरण, प्रसव पूर्व जाँच, परिवार नियोजन की सेवा, ओपीडी, संचारी रोग, गैर संचारी रोग, मानसिक स्वास्थ्य, पीने का पानी, हर्बल गार्डन, शौचालय, अग्निश्मन यंत्र के साथ स्वच्छ वातावरण में गुणवत्ता पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रहीं है। बीमारियों की जांच के लिए 14 प्रकार की जांच सुविधा उपलब्ध है। यहां पर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मियों और सहयोगी संस्था की भूमिका महत्वपूर्ण :
फुलवरिया आयुष्मान आरोग्य मंदिर को नेशनल प्रमाण पत्र दिलाने में जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक पदाधिकारियों और कर्मियों का सहयोग रहा है। जिसमे जिलाधिकारी अमन समीर, सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा, डीएमओ डॉ दिलीप सिंह, सीडीओ रत्नेशवर प्रसाद, डीआईओ सुमन कुमार, आरपीएम प्रशांत कुमार, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, डीसीएम ब्रजेन्द्र कुमार सिंह, डीएमएनई ब्रजेश कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गोपाल कृष्ण, बीएचएम रत्नेश कुमार, बीसीएम विकास, सीएचओ वंदना, सहयोगी संस्था डबल्यूएचओ, यूनिसेफ़, पिरामल, पीएसआई, सिफार के प्रतिनिधियों का सहयोग रहा है।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिलती हैं ये सेवाएं:
· प्रसव पूर्व जांच
· नवजात एवं शिशु सामान्य स्वास्थ्य देखभाल
· बाल्यावस्था एवं किशोर सामान्य स्वास्थ्य देखभाल
· परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक एवं सामान्य प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल
· राष्ट्रीय कार्यक्रमों के अनुसार संचारी रोगों का सामान्य प्रबंधन
· बीमारियों का ओपीडी के माध्यम से सामान्य प्रबंधन
· गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, सामान्य प्रबंधन, क्षय एवं कुष्ठ रोग का सामान्य प्रबंधन
· नेत्र एवं इएनटी से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं
· मौखिक स्वास्थ्य एवं दंत देखभाल से संबंधित सामान्य सेवाएं
· वृद्धावस्था केयर से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं
· सामान्य चिकित्सीय आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं
· मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों की स्क्रीनिंग एवं सामान्य प्रबंधन
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