Paddy Scam: सारण में धान का गबन करने वाले 2 पैक्स अध्यक्षों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश
औचक निरीक्षण में खुली गबन की पोल

छपरा। सारण जिले के अमनौर प्रखंड स्थित दो पैक्स हुस्सेपुर एवं रसूलपुर पर धान गबन के गंभीर आरोप सामने आए हैं। जिला सहकारिता पदाधिकारी, सारण, छपरा द्वारा संबंधित समितियों के गोदामों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान दोनों ही पैक्सों के गोदामों में क्रय किए गए धान का कोई भौतिक स्टॉक नहीं पाया गया, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, औचक निरीक्षण के क्रम में हुस्सेपुर पैक्स द्वारा 3363 क्विंटल तथा रसूलपुर पैक्स द्वारा 3425 क्विंटल धान की खरीदारी की गई थी। इनमें से हुस्सेपुर पैक्स ने केवल 1160 क्विंटल और रसूलपुर पैक्स ने 1450 क्विंटल धान ही सीएफसीआरआईओ (CFCRI0) पर गिराया। जबकि भौतिक सत्यापन में पाया गया कि हुस्सेपुर पैक्स के पास कुल 1658 क्विंटल धान गोदाम में होना चाहिए था, लेकिन वहां शून्य भंडार मिला। इसी प्रकार रसूलपुर पैक्स के पास 1292.7 क्विंटल धान गोदाम में होना चाहिए था, किंतु वहां भी कोई स्टॉक नहीं पाया गया।
दोनों समितियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश
इस गंभीर अनियमितता को संज्ञान में लेते हुए जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा दोनों समितियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है। अमनौर प्रखंड के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी दीपु कुमार को इस कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है।
साथ ही, जिला सहकारिता पदाधिकारी ने जिले की अन्य समितियों के नियमित निरीक्षण के निर्देश संबंधित प्रखंडों के सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों को दिए हैं। विशेष रूप से उन समितियों पर निगरानी रखने को कहा गया है, जिनके द्वारा अधिक धान की खरीदारी दिखाई गई है।
चावल आपूर्ति में कोताही बरती तो होगी कार्रवाई
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिले में जिन मिलरों द्वारा चावल आपूर्ति में कोताही बरती जा रही है, उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। जिला आपूर्ति पदाधिकारी, सारण को निर्देश दिया गया है कि वे जिला पदाधिकारी, राज्य खाद्य निगम, छपरा के साथ समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें ताकि पैक्स व मिलरों द्वारा क्रय किए गए धान की शत-प्रतिशत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
यह कार्रवाई जिले में धान क्रय में पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में प्रशासन का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।