
छपरा। अब छपरा से मुजफ्फरपुर जाने का मार्ग अब और भी सुगम बनने जा रहा है। इसके लिए रेवाघाट पर एक नया पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गई है। वर्तमान पुल की चौड़ाई कम होने के कारण यहां अक्सर जाम की समस्या उत्पन्न होती है, जिससे यातायात में बाधा आती है। मुजफ्फरपुर-छपरा एनएच-722 पर स्थित इस पुल का निर्माण 2001 में पथ निर्माण विभाग द्वारा किया गया था, लेकिन तब से लेकर अब तक इसकी चौड़ाई में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
2019 में इस राष्ट्रीय राजमार्ग का विस्तार किया गया था, लेकिन तब इस पुल के निर्माण को परियोजना में शामिल नहीं किया गया था। वर्तमान पुल की क्षमता कम होने के कारण भारी वाहनों के आने से जाम की समस्या बढ़ गई है, जो यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। अब, एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने इस समस्या का समाधान करने के लिए नया पुल बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत, एनएचएआई ने डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) और बजट तैयार करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
इसके निर्माण के लिए एनएचएआई छपरा के परियोजना निदेशक ने जिला अभिलेखागार पदाधिकारी को पत्र भेजकर सरैया प्रखंड के तीन गांवों—बसतपुर, सहिलापट्टी और अजोधपुर उर्फ इब्राहिमपुर का खतियान मांगा है। इसके आधार पर डीपीआर और बजट तैयार किया जाएगा। इसके अलावा, सारण जिले के परसा प्रखंड के छह गांवों का खतियान भी संबंधित जिला प्रशासन से मांगा गया है।




इस नए पुल के निर्माण से रेवाघाट पर यातायात की समस्या हल होने की उम्मीद है और मुजफ्फरपुर-छपरा मार्ग की यात्रा और भी सुगम हो जाएगी। साथ ही, यातायात की तेज़ गति और क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
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