
छपरा। सारण जिले में वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने पुलिस विभाग में अनुशासन और पारदर्शिता को लेकर एक बार फिर सख्ती दिखाई है। उन्होंने अवैध बालू कारोबार में संलिप्त पाए गए रिविलगंज थानाध्यक्ष पुलिस अवर निरीक्षक सुजीत कुमार को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है।
यह कार्रवाई सदर-1 के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) के जांच प्रतिवेदन के आधार पर की गई है, जिसमें थानाध्यक्ष की भूमिका को संदिग्ध पाया गया। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि रिविलगंज थाना क्षेत्र में अवैध रूप से बालू का परिवहन, भंडारण और बिक्री का काम हो रहा था, जिसकी जानकारी होने के बावजूद थाना स्तर पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई।
जांच में यह भी संकेत मिला कि उक्त अवैध गतिविधियों में थानाध्यक्ष की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संलिप्तता रही है। इसे कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, मनमानी एवं संदिग्ध आचरण माना गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी डॉ. कुमार आशीष ने पूरे प्रकरण की रिपोर्ट डीआईजी, सारण रेंज को भेजी। डीआईजी ने अनुशंसा को स्वीकार करते हुए थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर करने का आदेश जारी किया।
इसके साथ ही पुलिस अवर निरीक्षक सुजीत कुमार से सात दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। यदि उनका जवाब असंतोषजनक पाया गया, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।
एसएसपी ने कहा कि “सारण पुलिस किसी भी स्थिति में भ्रष्टाचार या अवैध गतिविधियों में लिप्त पुलिस कर्मियों को बख्शेगी नहीं। आम जनता का भरोसा बनाए रखने के लिए विभाग के भीतर सफाई अभियान जारी रहेगा।”
सख्ती से पुलिस महकमे में हड़कंप
गौरतलब है कि हाल के दिनों में एसएसपी द्वारा जिले के कई थानों में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। लगातार चल रही इस सख्ती से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं आम लोगों के बीच इसे पुलिस प्रशासन की साफ-सुथरी छवि बहाल करने की पहल के रूप में देखा जा रहा है।