छपरा

VIP स्कूल के छात्रा तन्वी मिश्रा बनी जिला टॉपर, लगातार दूसरी बार CBSE में जिला टॉपर देने का गौरव हासिल

छपरा। विगत 8 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों को प्रोन्नत करने वाला सारण जिले के छपरा का शैक्षिक संस्थान “विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल”, मुकरेड़ा, छपरा की नियमित डे-बोर्डिंग छात्रा तानवी मिश्रा ने दसवी बोर्ड परीक्षा में 97% अंक के साथ उतीर्णता हासिल कर पूरे सारण जिला में परचम लहराते हुए विद्यालय परिवार में खुशी का माहौल कायम कर दिया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि विवेकानन्द इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, मुकरेड़ा छपरा के दर्जनों विद्यार्थियों ने 90% से अधिक अंक लाकर विद्यालय की खुशियों में चार चांद लगा दिया है।

शुक्रवार की शाम जैसे ही इन सभी विद्यार्थीयों के परीक्षा परिणाम की सूचना प्राप्त हुई, वैसे ही समस्त विद्यालय जश्न में तब्दील हो गया। उतीर्ण छात्रा तन्वी विद्यालय के दूसरे सत्र से ही विद्यालय में नियमित रूप से अध्ययन कर रही थी, जहाँ उसे डे-बोर्डिंग की सुविधायें भी प्रदान की जा रही थी। तन्वी विद्यालय से जुड़े हर एक छोटे-बड़े प्रतियोगिता में नियमित रूप से बढ़-चढ़ कर योगदान देती थी तथा उसके अभिभावक भी विद्यालय में आयोजित होने वाले प्रत्येक पीटीएम में उपस्थित होकर शिक्षकों के साथ समन्वयता बनाये रखते थे।

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तानवी ने परिश्रम के आगे कभी हार नही मानी और आज इसी का परिणाम है कि वह जिला स्तर पर उच्च श्रेणी के अंक प्राप्त कर सभी को गौरवान्वित कर रही है। इस खुशी के मौके पर रिविलगंज प्रखंड प्रमुख सह विद्यालय निदेशक डॉ० राहुल राज ने तन्वी मिश्रा और अन्य सभी उतीर्ण विद्यार्थी को मेंडल, प्रशस्ति पत्र व मोमेंटो देकर उसे सम्मानित किया और उसका उत्साहवर्धन किया और कहा कि ये लगातार दूसरा सत्र है जो हमारा विद्यालय जिला टॉपर दे रहा है। तन्वी ने इस मुकाम को हासिल कर पूरे जिले में अपने विद्यालय सहित शिक्षकों और अभिभावकों का भी नाम रौशन किया है। निदेशक का उद्देश्य रहा है कि समाज के सभी वर्ग के अंतिम व्यक्ति तक सुदृढ़ शिक्षा का दीप पहुँचे और वे समाज को बेहतर बना सके। इसलिए अभिभावक चाहे किसी भी वर्ग के हो वे मात्र 20 से 25 ₹ प्रतिदिन के आसान खर्च में हमारे विद्यालय के माध्यम से समुचित तकनीकी सुविधा के साथ अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दे सकते हैं और उनका भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं, जिसकी जीती जागती मिशाल है।

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तन्वी ,और तो और प्रति वर्ष नामांकन शुल्क भी नही लगता है इसका मतलब सोने पे सुहागा। निदेशक का कहना है कि आज कल प्रतियोगिता का दौर है इसलिए बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को भी उनकी शिक्षा के प्रति जागृत होने की जरूरत है क्योंकि शिक्षक और अभिभावक का साथ ही बच्चे को पूर्णतः विकास की ओर अग्रसर करता है। पूरे विद्यालय परिवार में खुशी का माहौल कायम है।

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

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