Sonpur Mela: बिना दौड़-धूप मेले में ही मिलेगी जमीन का नक्शा, राजस्व विभाग का बड़ा कदम
सोनपुर मेला में पहली बार जमीन दस्तावेज सेवा

छपरा। विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला 2025 में इस बार मनोरंजन के साथ-साथ आम लोगों की आवश्यकताओं का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इसी कड़ी में बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने एक विशेष पहल करते हुए मेले में अपना सूचना एवं सेवा स्टॉल लगाया है, जहां जमीन से संबंधित कई महत्वपूर्ण सेवाएं तुरंत उपलब्ध कराई जा रही हैं। जमीन का नक्शा पाने के लिए अब न कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत है और न ही लंबी इंतजार की यह सुविधा मेले में हाथों-हाथ मिल रही है।
09 नवंबर से 10 दिसंबर तक मिलेगा लाभ
09 नवंबर 2025 से 10 दिसंबर 2025 तक चलने वाले सोनपुर मेला में विभाग का यह स्टॉल आम आगंतुकों के लिए बड़ी सुविधा बनकर सामने आया है। यहां पर भूमि से संबंधित आवश्यक दस्तावेज, जानकारी और ऑनलाइन सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हैं।
स्टॉल पर उपलब्ध प्रमुख सेवाएं
राजस्व नक्शा मात्र 150 रुपये प्रति शीट
मेले में आने वाले लोग अपने गांव/क्षेत्र का राजस्व नक्शा मात्र 150 रुपये प्रति शीट की दर से प्राप्त कर सकते हैं। इससे लोगों को अब न तो सरकारी दफ्तरों में भागदौड़ करनी पड़ेगी और न ही समय बर्बाद होगा।
भूमि से जुड़ी महत्वपूर्ण पुस्तिकाएं सस्ती दर पर
आपकी सुविधा के लिए विभाग की तीन महत्वपूर्ण पुस्तिकाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं।
- कैथी लिपि पुस्तिका (कैथी पढ़ना सीखने हेतु)
- बिहार भूमि : राजस्व अभिलेखों से संबंधित जानकारी
- बिहार भूमि : ऑनलाइन सेवाओं के बारे में जानकारी
ये सभी पुस्तिकाएं आम लोगों को भूमि अभिलेखों और ऑनलाइन प्रक्रियाओं को समझने में मदद करेंगी।
CSC के माध्यम से सभी ऑनलाइन सेवाएं
विभाग द्वारा उपलब्ध दाखिल-खारिज, परिमार्जन प्लस, एवं अन्य ऑनलाइन राजस्व सेवाएं भी निर्धारित शुल्क पर CSC के माध्यम से दी जा रही हैं। यह ऐसी सुविधा है जो ग्रामीणों के लिए बेहद उपयोगी साबीत होगी, क्योंकि उन्हें अब अपनी जमीन से जुड़ी अधिकांश ऑनलाइन सेवाएं मेले में ही मिल जाएंगी।
आगंतुकों से विभाग का आग्रह
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने सभी आगंतुकों से अनुरोध किया है कि वे सोनपुर मेला स्थित विभागीय स्टॉल पर पहुंचकर इन सुविधाओं का लाभ अवश्य उठाएं। सोनपुर मेला इस बार सांस्कृतिक और मनोरंजन के साथ-साथ जनसुविधाओं के मामले में भी खास बन गया है और भूमि सेवाओं के लिए यह पहल लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है।



