सारण को मिला न्याय का तोहफा, जुडिशियल एकेडमी का होगा निर्माण

छपरा। सारणवासियों के लिए एक बड़ी सौगात की तैयारी शुरू हो चुकी है। जिले में अब जुडिशियल एकेडमी की स्थापना होने जा रही है, जिससे न्यायिक व्यवस्था को और भी सशक्त एवं दक्ष बनाने में मदद मिलेगी। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर कवायद तेज कर दी गई है।
इसी क्रम में सारण के जिलाधिकारी अमन समीर एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीशों की टीम और माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ मिलकर दिघवारा प्रखंड अंतर्गत संभावित भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान भूमि की स्थिति, पहुंच, संरचना संभावनाओं सहित कई पहलुओं पर चर्चा की गई। मौके पर संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए ताकि शीघ्र अति शीघ्र निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सके।
इस जुडिशियल एकेडमी के निर्माण से सारण समेत आस-पास के जिलों के न्यायिक अधिकारियों को प्रशिक्षण की सुविधा स्थानीय स्तर पर प्राप्त होगी। इससे न्यायिक कार्यों की गुणवत्ता में सुधार के साथ समय एवं संसाधनों की भी बचत होगी।
क्या है जुडिशियल एकेडमी?
जुडिशियल एकेडमी एक ऐसा संस्थान होता है जहाँ नये नियुक्त न्यायिक अधिकारियों और न्यायपालिका से जुड़े कर्मियों को विधि, न्यायिक प्रक्रिया, तकनीकी ज्ञान और नैतिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
सारण को क्यों चुना गया?
सारण का भौगोलिक महत्व, प्रशासनिक सक्रियता और न्यायिक ढांचे की मजबूती इसे एक उपयुक्त विकल्प बनाती है। इसके साथ ही छपरा से पटना एवं अन्य प्रमुख स्थानों की कनेक्टिविटी भी बेहतर है।
यह पहल न्यायिक प्रणाली में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में सारण की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखी जा रही है।