
मोतिहारी | बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय स्वरूप देने की दिशा में चल रही कवायद को अब रफ्तार मिलने जा रही है। स्टेशन विकास के लिए जरूरी भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है। प्रशासन द्वारा आवश्यक जांच एवं दस्तावेजी कार्य पूरा कर लिए गए हैं। अब एक सप्ताह के भीतर भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी होने की संभावना है।’बापू’ से जुड़े ऐतिहासिक बापूधाम मोतिहारी स्टेशन का लुक आनेवाले दिनों में काफी बदल जाएगा। रेल मंत्रालय ने बापूधाम स्टेशन के 14 एकड़ भूमि को सौन्दर्यीकरण का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। बापूधाम मोतिहारी स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने में 205 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। इधर, कंस्ट्रक्शन कंपनी ने बापूधाम स्टेशन को सुंदर व सुविधा संपन्न बनाने के लिए व्यापक कार्ययोजना के साथ निर्माण कार्य कर रही है।
इस योजना के तहत स्टेशन का मुख्य भवन कुल चार मंजिला होगा। चार मंजिला भवन पर यात्रियों की जरूरतों से संबंधित दुकानें होगी। नए भवन में फूड प्लाजा होगा, जहां इंडियन और चायनीज व्यंजनों का स्वाद मिलेगा। साथ ही यात्रियों के आराम करने के लिए सुविधायुक्त रिटायरिंग रूम होगा जिसमें पर्याप्त कमरे होंगे। वहीं, बैंक्वेट हॉल भी उपलब्ध होगा। चार मंजिला मुख्य भवन का निर्माण 7035 वर्ग मीटर में होगा। प्रत्येक प्लेटफॉर्म के लिए लिफ्ट, एस्केलेटर और सीढ़ियों को प्रावधान होगा। कंस्ट्रक्शन कंपनी ने यात्रियों की हर आवश्यक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ”वर्क प्लान” के तहत काम कर रही है।
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स्टेशन विकास के लिए 7 एकड़ भूमि का अधिग्रहण
स्टेशन के विस्तारीकरण के लिए चार मौजा—बेलबनवा, तड़कुलवा, गोपालपुर और बलुआ में करीब 7 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। इस भूमि पर करीब 200 से अधिक आवासीय घर मौजूद हैं, जिससे अधिग्रहण की प्रक्रिया में जटिलताएं आ रही थीं।
अब खेसरा सत्यापन और सिक्स मैन कमेटी की जांच पूरी हो चुकी है। भू-अर्जन पदाधिकारी ने जानकारी दी कि दो से तीन महीने के भीतर रैयतों को मुआवजे का भुगतान शुरू कर दिया जाएगा। भवनों और ज़मीन का मूल्यांकन कार्य भी चल रहा है, और भूस्वामियों को न्यायोचित मुआवजा दिया जाएगा।
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रेलवे अपनी भूमि पर कर रहा निर्माण, लेकिन अधिग्रहण बना बाधा
रेलवे विभाग अपनी स्वामित्व वाली भूमि पर निर्माण कार्य करा रहा है, लेकिन सीमित भूमि और अधिग्रहण में हो रही देरी के चलते परियोजना बाधित हो रही है। प्रशासनिक कार्रवाई के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि स्टेशन पुनर्विकास के बाकी हिस्सों पर भी जल्द निर्माण शुरू हो सकेगा।
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आरओबी निर्माण के लिए भी जरूरी है भूमि अधिग्रहण
स्टेशन के साथ-साथ चांदमारी रेलवे गुमटी पर बन रहे रेल ओवरब्रिज (ROB) के लिए भी 7 एकड़ भूमि का अधिग्रहण होना है।
- मौजा: बेलबनवा और बलुआ टाल
- अधियाचित भूमि: 13 एकड़, जिसमें से 6 एकड़ सरकारी, शेष 7 एकड़ निजी भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, डीएवी स्कूल के पास बन रहे एक अन्य आरओबी के लिए 6.28 एकड़ भूमि का अधिग्रहण प्रस्तावित है। इस संबंध में भी अधिसूचना जल्द जारी होने की संभावना है।
क्या मिलेगा शहर को?
- विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त रेलवे स्टेशन
- चौड़ा प्लेटफॉर्म, आधुनिक प्रतीक्षालय, एस्केलेटर और लिफ्ट
- यातायात सुगमता के लिए ROB और सड़कों का विस्तार
- स्थानीय लोगों को रोजगार और शहर की रैंकिंग में इज़ाफा
बापूधाम मोतिहारी स्टेशन महात्मा गांधी की स्मृतियों से जुड़ा है। इसके विकास से न सिर्फ यात्री सुविधाएं बढ़ेंगी, बल्कि यह स्टेशन ‘बापू’ के नाम पर एक गौरवशाली पहचान भी बन सकेगा। |