छपरा। चिकित्सा सेवा को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से सरकार ने आशा कार्यकर्ताओं के लिए मोबाइल एकेडमी योजना शुरू की है। क्योंकि इसके तहत सरकार की ओर से आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल एप की मदद से गर्भवती महिलाओं को पांच साल तक के बच्चों की देखभाल संबंधी प्रशिक्षण दी जाती है। इसके माध्यम से आशा कार्यकर्ता द्वार जिले की गर्भवती महिलाओं और बच्चों की विशेष रूप से देखभाल कर सकती है। वही इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि शिशु मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करता है। जिसमें आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल एकेडमी प्रशिक्षण करवाया जाता हैं।
ताकि आशा कार्यकर्ता पूरी तरह से दक्ष होकर अपनी कौशल का परिचय देते हुए अपने कार्यों को पूरा कर सके। हालांकि इस 240 मिनट के इस प्रशिक्षण अवधी में गर्भावस्था से लेकर जन्म के बाद दो साल तक की संपूर्ण जानकारी मौजूद रहती है। इसके माध्यम से जच्चा और बच्चें की जिंदगी बचाने में सहायता मिलती हैं। क्योंकि इस प्रशिक्षण को ग्यारह हिस्सों बांटा गया है। प्रत्येक हिस्से में चार पाठ और हिस्से के आखिरी में सवाल और जवाब का खेल होता है।
आशा कार्यक्रम में राज्य स्तर पर सारण प्रमंडल को शीर्ष स्थान पर होने के कारण किया जा चुका है सम्मानित
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रमंडल की सभी आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल एकेडमी ट्रेनिंग कोर्स करवाया जा रहा हैं। क्योंकि चार घंटे यानी 240 मिनट के इस प्रशिक्षण में गर्भावस्था से लेकर जन्म के बाद दो साल तक की संपूर्ण जानकारी मौजूद होती है। सबसे अहम बात यह है कि जनवरी से दिसंबर 2023 तक पूरे बिहार में आशा कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य को लेकर विगत 26 दिसंबर 2023 को पटना के बापू सभागार में आशा कार्यक्रम के दौरान तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा सारण के प्रमंडलीय आशा समन्वयक संतोष कुमार सिंह को प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो से सम्मानित किया जा चुका है।
इस मोबाइल एकेडमी कोर्स को करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को अपने समयानुसार कभी भी निःशुल्क नंबर 14424 पर कॉल करने के बाद प्रशिक्षण मिल सकता है। क्योंकि यह मोबाइल एकेडमी आशा कार्यकर्ताओं के लिए खास तौर पर तैयार किया गया है।
प्रमंडल की 8815 आशा कार्यकर्ताओं में से 5369 आशा को मोबाइल एकेडमी कोर्स के माध्यम से किया जा चुका है प्रशिक्षित
क्षेत्रीय आशा समन्वयक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मोबाइल अकेडमी प्रशिक्षण में सारण प्रमंडल के तीनों जिला यथा- सारण जिले की 3506 आशा कार्यकर्ताओ में से 2698, जबकि सिवान जिले की
2953 आशा कार्यकर्ताओं में 1473 वहीं गोपालगंज की 2356 आशा में 1198 आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल एकेडमी कोर्स का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जबकि शेष बचे आशा कार्यकर्ताओं का मोबाइल एप अपडेट्स कराया जा रहा है। ताकि उनको भी प्रशिक्षित किया जा सके। क्योंकि इस मोबाइल एकेडमी कोर्स में गर्भावस्था से लेकर जन्म के बाद 2 वर्ष तक की जानकारी मौजूद रहता है। हालांकि इस कोर्स के माध्यम से मां और बच्चे की ज़िंदगी बचाने में सहायता मिलती हैं। वहीं आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल एप की सहायता से गर्भवती महिला 5 वर्ष तक के बच्चे की देखभाल से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रमंडल की 8815 आशा कार्यकर्ताओं में से 5369 आशा को प्रशिक्षित किया गया है। जबकि शेष बचे आशा को जल्द ही प्रशिक्षित किया जाएगा।
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