सारण DM की इनोवेटिव सोच से तैयार हुआ G2G डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म, ई-सत्यापन से खत्म होगा कागज़ी झंझट
थानों से DM ऑफिस तक डिजिटल कनेक्शन

छपरा। सारण में एक ऐसी तकनीकी पहल की शुरुआत हुई है, जो पुलिस और प्रशासन के कामकाज की गति व पारदर्शिता को नया आयाम देगी। जिलाधिकारी अमन समीर और पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से ई-सत्यापन चरित्र एवं पूर्ववृत्त प्रबंधन प्रणाली (Character and Antecedent Management System) का औपचारिक शुभारंभ किया।
यह अत्याधुनिक Government-to-Government (G2G) डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म जिलाधिकारी (DM) कार्यालय, पुलिस अधीक्षक (SP) कार्यालय और थाना स्तर के अधिकारियों को एकीकृत प्रणाली में जोड़ता है। इसके जरिए चरित्र एवं पूर्ववृत्त सत्यापन से जुड़े सारे कार्य अब पूरी तरह डिजिटल माध्यम से, तेज़ी और सुरक्षा के साथ पूरे किए जाएंगे।
DM की परिकल्पना, तकनीकी टीम ने किया डिज़ाइन
इस पोर्टल की परिकल्पना जिलाधिकारी अमन समीर ने की थी, जबकि तकनीकी विकास का जिम्मा जिला सूचना विज्ञान अधिकारी (DIO) सारण तरनी कुमार और जिला सूचना विज्ञान अधिकारी (DIO) बक्सर संजीत कुमार ने संभाला। दोनों अधिकारियों ने स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ऐसा डिजिटल समाधान तैयार किया है, जो न सिर्फ आधुनिक है, बल्कि कागज़ी कार्यप्रणाली को लगभग समाप्त कर देगा।
पोर्टल की मुख्य विशेषताएँ
- भूमिका-आधारित लॉगिन: DM, SP और थाना स्तर पर अलग-अलग अधिकार और कार्यप्रवाह।
- रीयल-टाइम ट्रैकिंग: केस की प्रगति हर स्तर पर तुरंत देखी जा सकेगी।
- सुरक्षित डेटा प्रबंधन: संवेदनशील सूचनाओं की गोपनीयता के लिए उच्च स्तरीय सुरक्षा प्रोटोकॉल।
- ऑटोमैटिक रिपोर्ट जनरेशन: प्रमाण पत्र और रिपोर्ट तत्काल तैयार।
- तेज़ निष्पादन : जो कार्य पहले हफ्तों में पूरे होते थे, अब कुछ दिनों में निपटेंगे।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
“ई-सत्यापन पोर्टल विभागीय समन्वय को मजबूत करेगा और प्रक्रिया को पारदर्शी व दक्ष बनाएगा। इसका सीधा लाभ नागरिकों को उनके कार्य के शीघ्र निष्पादन के रूप में मिलेगा।” अमन समीर, जिलाधिकारी, सारण |
“थानों और उच्च कार्यालयों के बीच त्वरित संचार और कार्यवाही से लंबित मामलों की संख्या में भारी कमी आएगी। यह प्लेटफ़ॉर्म हमारी कार्यप्रणाली को तेज़ और व्यवस्थित बनाएगा।” डॉ. कुमार आशीष, एसएसपी सारण |
ई-गवर्नेंस की दिशा में बड़ा कदम
इस पहल को राज्य में ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में एक नई मिसाल माना जा रहा है। यह न सिर्फ प्रशासनिक प्रक्रियाओं को आधुनिक बनाएगी, बल्कि नागरिकों को भी बिना अनावश्यक देरी के सेवाएं प्रदान करने में मदद करेगी। छपरा जिला प्रशासन को उम्मीद है कि आने वाले समय में यह प्रणाली पूरे राज्य के लिए एक मॉडल बनेगी और चरित्र एवं पूर्ववृत्त सत्यापन के पुराने, समय लेने वाले तरीकों को पूरी तरह बदल देगी।