छपरा रजिस्ट्री ऑफिस में दस्तावेजों को डिजिटल रूप में किया गया संरक्षित

छपरा। छपरा निबंधन कार्यालय में अभिलेखों की सुरक्षा और संरक्षण को लेकर सख्त कदम उठाए गए हैं। कार्यालय द्वारा संधारित विभिन्न जिल्दों का सत्यापन कर उनकी सूची तैयार की गई है, वहीं शेष जिल्दों का सत्यापन कार्य तेजी से जारी है।
सीवान और गोपालगंज से संबंधित अभिलेखों को उनके संबंधित कार्यालयों में भेजा जा चुका है और बचे हुए दस्तावेजों को भेजने हेतु आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
फर्जी दस्तावेजों पर रोक लगाने के लिए कार्यालय ने अभिलेखों का डिजिटाइजेशन भी कराया है। अवर निबंधन कार्यालयों में 1990 से अब तक तथा छपरा अभिलेखागार में 1968 तक के लगभग सभी दस्तावेजों को डिजिटल रूप में संरक्षित किया गया है।
पूर्व में दर्ज शिकायतों की जांच के दौरान दस्तावेजों में छेड़छाड़ के मामलों का खुलासा हुआ, जिस पर जिला पदाधिकारी के निर्देशानुसार दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई। हाल ही में दिसंबर 2024 में वर्ष 1983, 1964, और 1934 के फर्जी दस्तावेजों के मामलों में भी नगर थाना में केस दर्ज कराया गया है।
कार्यालय स्तर पर लगातार निगरानी और जांच की जा रही है ताकि अभिलेखों की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। यदि भविष्य में भी किसी दस्तावेज में गड़बड़ी पाई जाती है तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पक्षकारों से भी आग्रह किया गया है कि यदि किसी दस्तावेज की सत्यता पर संदेह हो, तो उसका सत्यापन कार्यालय अभिलेखागार से अवश्य कराएं, ताकि फर्जीवाड़े पर सख्त नियंत्रण लगाया जा सके।