•चक्कर आना हार्ट अटैक के आने का एक महत्त्वपूर्ण पूर्व संकेत
छपरा। हार्ट अटैक की समस्या दिनों दिन लगातार बढ़ती जा रही है। अब ज्यादा उम्र के लोगों की तुलना में कम उम्र के लोगों को हार्ट अटैक की समस्या ज्यादा पीड़ित कर रही है। लेकिन इसके बाद भी आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि दस में से केवल एक पीड़ित ही समय पर अस्पताल पहुंच पाता है। छपरा शहर के नगरपालिका चौक स्थित धड़कन क्लिनिक के संचालक व आईजीआईसी पटना के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ हिमांशु कुमार ने बताया कि ज्यादातर लोग हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचान ही नहीं पाते, वे उन्हें सामान्य सीने में दर्द की समस्या समझ लेते हैं, जिसके कारण इलाज मिलने में देरी हो जाती है और इनमें से अनेक लोगों की मौत हो जाती है।
सीने में दर्द को सामान्य दर्द नहीं समझें:
डॉ हिमांशु ने बताया कि दरअसल, हार्ट अटैक के मामलों में भी कुछ ऐसे लक्षण शामिल होते हैं, जो कुछ बेहद सामान्य परिस्थितियों में भी दिखाई पड़ते हैं। यही कारण है कि लोगों को समझने में गलती हो जाती है। जैसे चक्कर आना हार्ट अटैक के आने का एक महत्त्वपूर्ण पूर्व संकेत होता है, लेकिन कई बार कमजोरी होने, या समय पर खाना न खाने, या शुगर के कम-ज्यादा होने से भी होता है। ऐसे में लोगों को गलतफहमी हो जाती है कि उन्हें चक्कर आने का सही कारण क्या है।
समय पर अस्पताल पहुंचने पर बच सकती है जान :
डॉ हिमांशु ने बताया कि सीने में जलन होना हृदय रोगों के सबसे गंभीर लक्षणों में से एक होता है। लेकिन लोग इसे सामान्य परेशानी समझ लेते हैं जिससे कई बार इलाज पाने में देरी हो जाती है और व्यक्ति की जान चली जाती है। लेकिन यदि ऐसे मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सके, तो इनकी जान बचाई जा सकती है।
युवाओं में हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण:
दुनियाभर में पुरुषों में हार्ट अटैक की परेशानी होने की औसत उम्र 64.5 वर्ष है, जबकि महिलाओं के लिए यह आयु 70.3 वर्ष है। लेकिन देखने में यह आ रहा है कि अब 20 साल से 50 साल की आयु के लोगों में भी हार्ट अटैक की समस्या खूब बढ़ रही है। इसका सबसे बड़ा कारण तनाव, अस्वास्थ्यप्रद खान पान और अनियमित जीवनशैली हो सकती है।
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