हाथीपांव मरीजों की गंभीरता के आधार पर श्रेणी तय कर जारी किया जाएगा दिव्यांगता प्रमाणपत्र

छपरा
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– गड़खा के जलाल बसंत पंचायत में मां भगवती पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की हुई बैठक
– बैठक में एमडीए और मॉप अप राउंड के दौरान आने वाली समस्याओं पर की गई चर्चा
छपरा, 04 मार्च | जिले में एमडीएम (सर्वजन दवा सेवन) कार्यक्रम के तहत मॉप राउंड का समापन हो गया है। इस क्रम में जिले के गड़खा प्रखंड स्थित जलाल बसंत पंचायत के नारायाणपुर में मां भगवती पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की बैठक आयोजित की गई। जिसमें मॉप अप राउंड में आशा कार्यकर्ताओं और पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों के द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की गई। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने अभियान के दौरान आ रही समस्याओं को रखा। बताया कि मॉप अप राउंड के दौरान भी लोगों ने एक दो स्थानों पर दवाओं का सेवन करने से मना किया। लेकिन, पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों द्वारा उनके समझाने के बाद ही उन्हें दवाओं का सेवन करने के लिए मनाया गया।

आशा कार्यकर्ता लीलावती देवी ने बताया कि मॉप राउंड के दौरान दवा का सेवन करने के बाद एक महिला में एडवर्स इफेक्ट की सूचना मिली। जिसके बाद वो तत्काल उनके घर जाकर वीबीडीएस मारुति करुणाकर से संपर्क कर उन्हें जानकारी दी गई। जिसके बाद हालात पर काबू पाया गया। प्रखंड कोऑर्डिनेटर नवीन कुमार ने पेशेंट सपोर्ट से जुड़े लोगों को पंचायत में जाकर लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें दवा का सेवन कराने की बात कही। इस पर पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की सदस्य सुनीला देवी और रीता देवी ने कहा कि वो जाकर लोगों को समझाएंगी और उन्हें दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित करेंगी। बैठक में पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों को फाइलेरिया रोधी दवाओं के उचित सेवन की जानकारी दी गई।

हाथीपांव मरीजों को दिव्यांग सर्टिफिकेट देने की तैयारी :
बैठक के दौरान पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों को बताया गया कि सरकार मरीजों को फाइलेरिया से बचाने के साथ-साथ उन्हें अन्य सहायता दिलाने की तैयारी में है। सरकार फाइलेरिया के हाथीपांव मरीजों को दिव्यांग सर्टिफिकेट देने की तैयारी कर रही है। हालांकि, सरकार इसके लिए कुछ मापदंड तय करेगी। जिसके बाद दिव्यांगों को सर्टिफिकेट बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। वहीं, पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों को बताया गया कि हाथीपांव मरीजों को गंभीरता के आधार पर श्रेणी तय कर दिव्यांगता प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। इसके लिए चार तरह के ग्रेड तय किए गए हैं। उन ग्रेड के आधार पर मरीजों को प्रमाणपत्र मिलेगा जिसके अनुसार उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। दिव्यांगता प्रमाणपत्र के आधार पर मरीजों को सभी सरकारी योजनाओं के आरक्षण, रेलवे यात्रा या अन्य दिव्यांगजनों को मिलने वाला लाभ उपलब्ध हो सकेगा।

पहले की अपेक्षा अब अधिक मिल रहा मरीजों को सपोर्ट :
मां भगवती पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की सदस्य रीता देवी व सुनीला देवी ने आगामी दिनों में भी स्वास्थ्य विभाग की मदद करने का भरोसा दिलाया। कहा कि हमारे समय में मरीजों का इतना सपोर्ट नहीं मिलता था। लोग शर्म व निंदा से बचने के लिए फाइलेरिया पर चर्चा भी नहीं करते थे। लेकिन आज के हालात बदल गए हैं । सरकार, स्वास्थ्य विभाग और पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के माध्यम से लोगों को फाइलेरिया के प्रति जागरूक किया जा रहा है। जिसके कारण अब मरीजों का हौसला भी बढ़ने लगा है। इसलिए आगामी दिनों में जब भी और जहां भी विभाग द्वारा उन्हें सहयोग के लिए बुलाया जाएगा, वो जरूर आएंगी और फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में विभाग की सहायता करेंगी।