पीसीएस स्कूल के चौथे वर्षगांठ पर संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित
•बच्चों को किया गया प्रोत्साहित
50 से भी अधिक गरीब असहाय लोगों के बीच कंबल का वितरण
छपरा। शिक्षा के बिना ग्रामीण क्षेत्रों का विकास नहीं हो सकता है साथ ही राष्ट्र का उत्थान संभव नहीं है। विकास का सबसे बड़ा मूल मंत्र शिक्षा ही है। इसके द्वारा ही विकास के उच्च शिखर पर पहुंचा जा सकता है। शिक्षक छात्रों के पुरानी परंपरा को कायम कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की आवश्यकता है। उक्त बाते छपरा शहर के संजीवनी नर्सिंग होम एवं मेटरनिटी सेंटर के संस्थापक डॉ अनिल कुमार ने कोपा के अनवल गांव स्थित पीसीएस स्कूल के चौथे वर्षगांठ तथा उनके चाचा ई सिपाही राय के पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छ रहना जरूरी है।
साथ ही समाज में निरंतर प्रगतिशील रहने के लिए शिक्षित होने की आवश्यकता है। हमें अपने बच्चों को अगर समाज में उच्च स्थान पाना है और आगे बढ़ना है और अपनी लोगों को इसके लिए आगे आना होगा। बच्चों में समाज के कार्य के साथ पढ़ाई लिखाई के संस्कार भी डालें। जिससे बच्चे आगे चलकर अपनी समाज का नाम बढ़ाएं और सरकारी पदों पर पहुंच सकें। इसके पहले उनके तैल चित्र पर फूल माला पहनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। डॉ अनिल कुमार ने कहा की मेरे चाचा स्व ई सिपाही राय को यह स्कूल समर्पित है। इस लिए की उन्ही का सपना था गांव में स्कूल खोलना और गांव के साथ आस पास के बच्चों को गांव में ही उच्च शिक्षा प्रदान करना खैर अब वो इस दुनिया में नहीं है. लेकिन भाग्य कहिए या सौभाग्य आज स्कूल का चौथा वर्षागाठ है साथ में उनका पुण्यतिथि भी है। स्कूल के नन्हें मुन्ने बच्चों ने अपने कला से सभी का मन मोह लिया। स्कूल बच्चों ने नेता जी और पत्रकार नाटक को पेश किया जो हर किसीको आकर्षित किया। उसके बाद शिक्षक और बच्चों के बिच स्कूल में किस तरह का व्यहार रहता है उसको भी बच्चों ने प्रदर्शित किया।
उसके बाद सभी बच्चों को डॉ अनिल कुमार, रेशमा कुअर ने मेडल देकर प्रोत्साहित किया। वही उसमे फस्ट, सेकेण्ड, थर्ड का अलग अलग ग्रुप के बच्चों को पुरस्कार दिया गया। इस मौके पर गांव के गरीब असहाय जरूरतमंद लोगों के बिच डॉ अनिल कुमार, रेशमा कुअर,प्रदीप कुमार यादव के 50 से अधिक लोगों को कंबल वितरण किया गया। इस मौके पर डॉ अनिल कुमार, रेशमा कुअर, स्कूल के डायरेक्टर प्रदीप कुमार यादव, प्रिंसिपल संगीता कुमारी, शिक्षक दीपक कुमार, चिंटू कुमार, धर्मेन्द्र यादव, प्रमोद कुमार प्रसाद इत्यादि मौजूद थे।
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