
छपरा। छपरा जेल में बंद कैदी की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल किया और सड़क जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। युवक प्रेम प्रसंग के मामले में 7 महीने से जेल में बंद था पटना में इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है। जिसके बाद परिजन जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे।
सारण जिले के डोरीगंज थाना क्षेत्र के दयालचक दियारा निवासी राधा मोहन महतो के 22 वर्षीय पुत्र अक्षय महतो पिछले 7 महीने से जेल में बंद था। 2 दिन पहले उसकी तबीयत खराब हुई जिसके बाद जेल प्रशासन के द्वारा उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान पीएमसीएच पटना में उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि जब अक्षय महतो की तबीयत खराब हुई तो जेल प्रशासन के द्वारा किसी तरह की सूचना नहीं दी गई और मौत होने के बाद इसकी सूचना दी गई है। कैदी के मौत के 24 घंटे बाद भी परिजनों को शव नहीं मिला इसके बाद परिजन जेल के गेट पर पहुंचकर हंगामा और प्रदर्शन करने लगे आक्रोशित परिजनों ने सड़क पर टायर जलाकर सड़क को जाम कर दिया और जेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया।





जानकारी के अनुसार कैदी की मौत जौंडिस बीमारी के कारण हुई है। हालांकि परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन के द्वारा लापरवाही बरती गई है और उसकी पिटाई जेल में की गई है जिससे उसकी मौत हुई है।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सदर एसडीपीओ राजकिशोर सिंह ने परिजनों को समझा बूझकर शांत कराया तथा सड़क जाम को हटाया गया। जानकारी के अनुसार अक्षय महतो रसूलपुर थाना क्षेत्र के चपरईठी निवासी एक युवती से प्रेम कर रहा था दोनों का प्रेम परवान चढ़ा और दोनों घर छोड़कर फरार हो गए इसके बाद लड़की के घर वालों ने अक्षय के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर दिया और कोर्ट में लड़की ने अक्षय के खिलाफ गवाही दे दी पिछले 7 महीने से वह जेल में बंद था और अब उसकी मौत हो गई है जिसके बाद परिजन हंगामा कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस इस मामले की जाँच कर रही है।
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