Mahila Rojgar Yojana: सारण में सजी महिलाओं की उम्मीदों की महफिल, साझा किए रोजगार के सपने
महिलाओं के खाते में आएंगे 10 हज़ार

छपरा। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में रविवार को सारण समाहरणालय परिसर से महिला संवाद रथ को जिलाधिकारी अमन समीर, उप विकास आयुक्त यत्येंद्र कुमार पाल, जिला परियोजना प्रबंधक अरुण कुमार तथा जीविका दीदियों द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह संवाद रथ जिले के विभिन्न जीविका ग्राम संगठनों तक जाकर मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के बारे में आमजन को जागरूक करेगा।
जिला सभागार में हुआ मुख्य कार्यक्रम
इस अवसर पर जिला सभागार में जीविका द्वारा जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों दीदियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी, उप विकास आयुक्त और जिला परियोजना प्रबंधक की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ।
जिला परियोजना प्रबंधक अरुण कुमार ने बताया कि योजना के तहत प्रत्येक परिवार की एक महिला सदस्य को लाभ दिया जाएगा। शुरुआती चरण में पात्र महिलाओं के बैंक खाते में ₹10,000 की सहायता राशि दी जाएगी, जिससे वे रोजगार के साधन विकसित कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग, बिहार के अंतर्गत जीविका द्वारा योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। सरकार का उद्देश्य है कि महिलाएं स्वरोजगार के अवसर पाकर आर्थिक रूप से स्वतंत्र हों और समाज में उनकी भागीदारी और भी मजबूत हो।
‘महिला सशक्तिकरण समाज की प्रगति की कुंजी’ – जिलाधिकारी
जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि यह योजना महिलाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा – “अब समय आ गया है कि महिलाएं घरेलू कार्यों की सीमा से बाहर निकलकर व्यापार, उद्योग और सेवा क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका निभाएं। सरकार उन्हें वित्तीय सहयोग देकर उनके आत्मनिर्भर बनने का मार्ग प्रशस्त कर रही है।”
डीएम ने स्पष्ट कहा कि महिला सशक्तिकरण के बिना समाज की प्रगति अधूरी है। जब महिला स्वावलंबी बनती है तो न सिर्फ उसका आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि पूरे परिवार की स्थिति में सुधार आता है।
दीदियों ने साझा किए सपने और संकल्प
कार्यक्रम में शामिल कई दीदियों ने अपने उद्यम शुरू करने की योजनाएं साझा कीं। किसी ने सिलाई-कढ़ाई केंद्र खोलने की इच्छा जताई, तो किसी ने दुकान, ब्यूटी पार्लर या खाद्य प्रसंस्करण इकाई शुरू करने का संकल्प लिया। उनकी बातों से स्पष्ट था कि यह योजना न सिर्फ वित्तीय सहयोग दे रही है बल्कि महिलाओं के भीतर आत्मविश्वास और नई उम्मीद भी जगा रही है।
पटना से मुख्यमंत्री का संबोधन भी सुना
आयोजन के दौरान उपस्थित महिलाओं ने पटना में आयोजित मुख्य समारोह को वर्चुअल माध्यम से देखा और माननीय मुख्यमंत्री का संबोधन भी सुना। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और योजना का अधिकतम लाभ उठाने का आह्वान किया।
शिकायत के लिए हेल्पलाइन उपलब्ध
अंत में अधिकारियों ने महिलाओं से अपील की कि वे योजना का अधिकतम लाभ उठाएं और प्राप्त सहायता राशि का उपयोग मेहनत, जिम्मेदारी और लगन से करें। उन्होंने कहा कि केवल धनराशि प्राप्त कर लेना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उद्यमिता की ओर बढ़ना ही इस योजना का असली मकसद है।
साथ ही यह भी सूचित किया गया कि यदि योजना से जुड़ी किसी भी प्रकार की आर्थिक मांग या अनियमितता सामने आती है, तो उसकी शिकायत सीधे जिला परियोजना प्रबंधक, अरुण कुमार (मोबाइल नंबर: 8102923749) को की जा सकती है।



