विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी छपरा में मनायी गयी पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर सिंह की जयंती

छपरा
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छपरा। सारण का एकमात्र सुप्रसिद्ध फार्मेसी संस्थान विवेकानन्द इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में संस्थान के सभी सदस्यों के बीच प्रेरणा दिवस के रूप में भारत के 8वें पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर सिंह की जयंती मनायी गई। इस मौके पर वी०आई०पी० ग्रुप के निदेशक व रिविलगंज प्रखण्ड प्रमुख सह प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य डॉ० राहुल राज ने चंद्रशेखर सिंह के तैलीय चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया। ततपश्चात पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें स्मरण किया।

इस दौरान निदेशक के साथ-साथ विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक, प्राचार्य तथा अन्य सभी कर्मचारीगणो ने भी क्रमानुसार चंद्रशेखर सिंह जी को स्मरण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित किया। श्रद्धा सुमन अर्पण के पश्चात डॉ० राहुल राज ने अपने मंतव्यों में कहा कि राष्ट्रपुरुष चंद्रशेखर तानाशाही के विरोध में बगावत के पर्याय रहें। उनका सम्पूर्ण जीवन समाज के अंतिम व्यक्ति के उदय के लिए समर्पित रहा। संघर्ष के रास्ते पर चलते समय उन्होंने कभी हुजूम की परवाह नही की। उन्होंने अन्याय के विरुद्ध कभी झुकने का नाम नही लिया। उनका संघर्षमय जीवन युवाओं को हरपल प्रेरणा प्रदान करता रहेगा। उपस्थित शिक्षकों ने अपने संबोधन में कहा कि चन्द्रशेखर जी को कुर्सी से नही बल्कि देश से प्यार था।

देश मे जब-जब तानाशाही हुकूमतों ने मनमानी करने का काम किया, तब-तब एकलौते नेता चन्द्रशेखर ने अन्याय के विरुद्ध सीना तानकर खड़े होकर बगावत का बिगुल बजाया। आज उनकी जयंती पर देश की एकता और अखंडता की रक्षा के साथ देश के प्रति समर्पण की भावना का संकल्प ही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। वे गरीबों के मसीहा भी थे। आज वह नहीं हैं लेकिन उनकी सीख हर किसी का भला करने के लिए प्रेरित करती है।