छपरास्वास्थ्य

आपका ध्यान किधर है ‘कंडोम पेटिका’ इधर है, इन स्वास्थ्य केंद्रों में मिल रहा है मुफ्त

छपरा। मेडिकल स्टोर से लोगों के सामने कंडोम खरीदने में जिन लोगों को संकोच या हिचकिचाहट होती थी उनके लिए राहत की बात है। इसके लिए सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर कंडोम पेटिका (कंडोम बाक्स) की व्यवस्था की गई है।

यहां से कभी भी निश्शुल्क कंडोम प्राप्त किया जा सकता है। इस व्यवस्था से जहां एक ओर लोगों को शर्म और संकोच का सामना नहीं करना पड़ेगा वहीं उनकी जेब भी ढीली नहीं होगी और महिलाओं को अनचाहे गर्भ से छुटकारा भी मिलेगा।

छपरा सदर अस्पताल समेत प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लकड़ी से बने बाक्स में कंडोम के पैकेट भरकर ऐसी जगह लगाए गए हैं, जहां सभी की पहुंच भी हो और उनकी गोपनीयता भी बनी रहे। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध है और यहां से कभी भी निश्शुल्क कंडोम प्राप्त किया जा सकता है। कंडोम बॉक्स खाली होने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुनः इसे भर देते हैं और यह चक्र चलता रहता है।

गर्भावस्था को रोकने के साथ ही संक्रमण को रोकना और यौन व प्रजनन स्वच्छता में सुधार करना पुरुष की भी जिम्मेदारी है। इसके लिए परिवार नियोजन का एक मात्र अस्थायी साधन “कंडोम” अधिकतर लोगों के लिए उपयुक्त है और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है।

कई युवकों ने बताया कि कभी- कभी दुकान या मेडिकल स्टोर पर कंडोम खरीदने में हिचकिचाहट होती थी तो कभी पैसे न होने पर इसे खरीद नहीं पाता था। ऐसे में गर्भधारण का जोखिम बना रहता था। अस्पताल में कंडोम पेटिका लग जाने से इसे 24 घंटे में कभी भी प्राप्त किया जा सकता है और गोपनीयता भी बनी रहती है।

कंडोम परिवार नियोजन का अस्थायी साधन है। यह रबड़ का एक आवरण है जो शुक्राणुओं को महिला के गर्भाशय में प्रवेश करने से रोकता है। यह गर्भधारण को रोकने में 75 से 90 प्रतिशत तक कारगर है। इसके साथ ही यह यौन रोग व एड्स से भी बचाता है। उन्होने बताया कि अधिकतर कंडोम लेटेक्स से बने होते हैं। जिनको लेटेक्स से एलर्जी होती है वह पालीयूरेथीन से बने कंडोम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

Related Articles

Back to top button