
छपरा: सारण जिले के छात्रों को अब कृषि शिक्षा के लिए दूसरे राज्य या प्रदेशों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। सारण में जल्द ही एक नया कृषि महाविद्यालय स्थापित होने जा रहा है, जिससे स्थानीय छात्रों को कृषि क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा। इस पहल की शुरुआत सारण के जिलाधिकारी अमन समीर ने की है।
जिलाधिकारी अमन समीर ने इस महत्त्वपूर्ण परियोजना की जानकारी दी और कहा कि इस महाविद्यालय का नाम ‘राजेंद्र कृषि महाविद्यालय’ रखा जाएगा। यह महाविद्यालय सारण जिले के तरैया अंचल के मौजा रामकोला में स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए 37.5 एकड़ भूमि का चयन किया गया है।




सारण जिले के विकास के लिए यह एक और महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, क्योंकि इस महाविद्यालय के निर्माण से न सिर्फ कृषि शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास और रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। इस परियोजना के लिए कृषि विभाग, बिहार को प्रस्ताव भेज दिया गया है, और स्वीकृति मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
राजेंद्र कृषि महाविद्यालय के निर्माण से सारण जिले के छात्रों को न केवल कृषि क्षेत्र में उन्नत शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा, बल्कि वे अपने घर के पास ही शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे, जिससे समय और धन की बचत होगी।
कृषि महाविद्यालय की स्थापना से कृषि क्षेत्र में कार्यरत पेशेवरों की संख्या भी बढ़ेगी, जिससे जिले में कृषि के विकास के साथ-साथ किसानों को भी लाभ मिलेगा।
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