नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार में सदन में विश्वासमत पाया है। सरकार को 129 वोट मिले, जबकि विपक्ष को एक भी वोट नहीं मिला। नीतीश कुमार ने इससे पहले विश्वासमत पर चर्चा के दौरान पुराने रंग में दिखाई दिया। नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव से लेकर लालू प्रसाद को घेर लिया और महागठबंधन से बाहर निकलने की वजह भी बताई। उनका कहना था कि 2005 से काम करने का उनका 18वां साल है। बीच में नौ महीने की दूरी थी। लालू-राबड़ी के 15 साल के कार्यकाल में क्या हुआ? नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोग हर मौका पर काम किया। राजद कहता है कि मेरे साथ मुस्लिम है तो हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा क्यों होता था उनके राज में.
सीएम ने कहा कि हमने मुसलमानों के लिए काम किया. हमने समाज के हर वर्ग को बढ़ाया। नीतीश ने अपने भाषण के दौरान राजद विधायकों के हंगामे पर कहा कि वे आपको हो गया क्या सुनना नहीं चाहते हैं। इनके पास दो बार मौका था। ये कदम बताए गए। 2015 में तेजस्वी ने सात निर्णय लिए। मैंने सात निश्चय प्राप्त किए हैं। मैंने भी सात निश्चय 2 का काम किया था, लेकिन ये क्रेडिट ले रहे हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि मैं पहले शिक्षा मंत्री था, लेकिन राजद आया तो ले लिया, फिर गड़बड़ी हुई। ये लोग साथ थे तो हमलोग सबको साथ लिए. टिकटों के बंटवारे का भी नीतीश कुमार ने जिक्र किया साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार पर भी निशाना साधा और कांग्रेस को कम मंत्री पद मिलने की वजह बताई.
नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे पता चला कि कांग्रेस भी इधर उधर कर रही है. तेजस्वी यादव की ओर निशाना साधते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि इनके पापा (लालू प्रसाद) भी उनके साथ थे. उनको मुझसे कष्ट था. हम अब यहां सब दिन के लिए आ गए हैं. चिंता न करें. हम किसी का नुकसान नहीं करेंगें सबके लिए काम करेंगे. नीतीश कुमार ने कहा कि पहले तो मुझे लेफ्ट के लोग भी साथ देते थे. हमें बीच में तकलीफ हुआ कि जिनको मैंने इज्जत दिया है वो लोग कमा रहे हैं.
नीतीश कुमार ने बीजेपी का जिक्र करते हुए कहा कि पहले ऐसा नहीं होता था. राजद को चेतावनी देते हुए नीतीश ने कहा कि आपकी पार्टी ठीक नहीं कर रही है. आपको जब समस्या हो तो मिलिएगा जरूर हम आपका ख्याल रखेंगे.. नीतीश कुमार ने कहा कि हम तीन लोग हैं अब हम साथ ही रहेंगे. नीतीश कुमार ने सदन में कहा कि हम सभी को साथ लाये. कांग्रेस को कम मंत्री पद मिला. हम बोलते थे राजद से पूछ लीजिए. हम सबको एकजुट कर रहे थे लेकिन कांग्रेस को तकलीफ थी. इनके पिता लालू प्रसाद भी कांग्रेस के साथ थे, हमने छोड़ दिया. अब हम यहीं रहेंगे, कहीं नहीं जायेंगे
नीतीश कुमार ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हम इनको इज्जत दिए और हमें पता चला ये लोग कमा रहे हैं. बीजेपी ने ऐसा कभी नहीं किया. ये विधायकों को एक साथ रखे. सबको कितना लाख रुपया दे रहे थे, हम सबकी जांच कराएंगे. नीतीश कुमार ने कांग्रेस विधायकों को सलाह देते हुए कहा कि आपको कोई दिक्क़त हो तो हमारे पास आइयेगा.