छपरा–सोनपुर फोरलेन सड़क किनारे खिलेगी हरियाली, जिले में 10 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य
पथ निर्माण विभाग को जिम्मेदारी

छपरा। बढ़ते प्रदूषण और घटते हरियाली के बीच पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में सारण जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक मनाए जाने वाले सेवा पर्व के तहत जिले में व्यापक वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान खासतौर पर छपरा–सोनपुर फोरलेन सड़क के दोनों किनारों पर बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जाएगा, ताकि सड़क सुरक्षा के साथ-साथ हरियाली भी बढ़े और आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ वातावरण मिले।
10 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य
जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में हुई बैठक में वन एवं पर्यावरण विभाग ने जानकारी दी कि “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत जिले में 10 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। सभी विद्यालयों को औसतन दो-दो पौधे लगाने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए पौधे विभाग की ओर से उपलब्ध कराए जाएंगे।
छपरा–सोनपुर फोरलेन पर हरियाली की चादर
डीएम ने विशेष रूप से छपरा–सोनपुर फोरलेन सड़क (RoW सीमा) को हरियाली से आच्छादित करने की पहल की है। उन्होंने कहा कि फोरलेन के किनारे वृक्षारोपण से न केवल पर्यावरण संतुलन मजबूत होगा बल्कि सड़क किनारे धूल और प्रदूषण पर भी नियंत्रण मिलेगा। साथ ही यह मार्ग यात्रियों को हरा-भरा और सुरक्षित वातावरण प्रदान करेगा।
पथ निर्माण विभाग को जिम्मेदारी
बैठक में पथ निर्माण विभाग को भी निर्देश दिया गया कि जिले की मुख्य सड़कों के किनारे वृक्षारोपण की ठोस कार्ययोजना तैयार करें और समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने साफ कहा कि “हर सड़क हरित सड़क” की दिशा में अब ठोस कदम उठाए जाएंगे।
विद्यालयों और समाज की भागीदारी
अभियान को सफल बनाने के लिए विद्यालयों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के हाथों से पौधारोपण कराने से उनमें पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता और जिम्मेदारी दोनों विकसित होगी।
गांधी जयंती तक विशेष अभियान
यह वृक्षारोपण अभियान महात्मा गांधी की जयंती (2 अक्टूबर) तक चलाया जाएगा। प्रशासन का मानना है कि यह पहल न केवल सारण जिले में हरियाली बढ़ाएगी बल्कि आत्मनिर्भर और स्वच्छ भारत अभियान को भी गति देगी।