Rail Ganga Bridge: छपरा-बलिया रेलखंड पर मांझी रेल पुल की बढ़ेगी लंबाई, दोनों छोर पर बनेगा अतिरिक्त पिलर
रेलवे बोर्ड की तकनीकी टीम ने लिया निर्णय

छपरा। यूपी-बिहार की सीमा पर गंगा नदी पर बन रहे बहुप्रतीक्षित मांझी रेल पुल को लेकर एक बड़ी तकनीकी पहल की गई है। दिल्ली स्थित रेलवे बोर्ड की तकनीकी टीम ने मांझी रेल पुल की लंबाई 60 मीटर और बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके तहत उत्तर प्रदेश और बिहार दोनों छोरों पर 30-30 मीटर की दूरी पर एक-एक नया पिलर तैयार किया जाएगा।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, पुल की यह विस्तार योजना ₹206 करोड़ की लागत से क्रियान्वित की जा रही है। दोनों तरफ बनने वाले पिलरों के साथ ही मांझी और बकुलहा छोर पर गाइड प्रोटेक्शन वॉल भी बनाई जाएगी ताकि नदी के प्रवाह और दबाव को नियंत्रित करते हुए पुल को संरचनात्मक मजबूती दी जा सके।
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फरवरी 2025 में मिली थी तकनीकी खामी
गौरतलब है कि फरवरी 2025 में दिल्ली रेलवे बोर्ड को भेजी गई जांच रिपोर्ट में पुल के छोरों पर तकनीकी खामियां सामने आई थीं। इसके बाद दिल्ली की तकनीकी जांच टीम ने गहन समीक्षा की और विस्तारित पिलरों के निर्माण का सुझाव दिया। अब इस फैसले को अमल में लाने की दिशा में तेजी से काम शुरू कर दिया गया है।
2026 तक पूरा होगा काम
डिप्टी चीफ इंजीनियर (कंस्ट्रक्शन), पंचम पांडेय ने बताया कि गाइड प्रोटेक्शन और पिलर निर्माण का काम शुरू हो चुका है और यह कार्य 2026 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इससे पुल और अधिक सुरक्षित व टिकाऊ होगा।
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पुल के दोनों छोर की होगी मजबूती
नई तकनीकी योजना के अंतर्गत पुल के बिहार वाले अंतिम छोर और यूपी की ओर मांझी साइड पर दोनों गाइड प्रोटेक्शन के साथ अतिरिक्त पिलरों का निर्माण किया जाएगा। इससे भविष्य में गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के दौरान पुल पर दबाव को संतुलित करने में सहूलियत होगी।
यह परियोजना न केवल छपरा और बैरिया के लोगों को सीधा लाभ पहुंचाएगी, बल्कि पूर्वांचल से उत्तर बिहार को जोड़ने में भी बड़ी भूमिका निभाएगी। ऐसे में पुल की मजबूती और संरचना का यह निर्णय एक दूरदर्शी और सुरक्षित कदम माना जा रहा है।