अब छोटा भीम बनेगा रेलवे का सुपर सेफ्टी हीरो, बच्चों से बड़े तक को सिखाएगा जिम्मेदारी का पाठ

नेशनल डेस्क। रेलवे सुरक्षा को लेकर अब नज़रिया बदलने जा रहा है। अक्सर लोग रेलवे के नियमों को नजरअंदाज़ कर देते हैं—प्लेटफॉर्म पार करने के नियम हों या ट्रैक के पास सेल्फी लेने की लापरवाही, ये सब आदतें अब भी जस की तस बनी हुई हैं। लेकिन इस बार रेलवे ने कुछ हटकर और दिलचस्प करने की ठानी है।
सुपरहीरो रेलवे के लिए बनेगा सुरक्षा दूत
पश्चिम रेलवे ने बच्चों के चहेते एनीमेटेड हीरो ‘छोटा भीम’ के साथ की साझेदारी, जिसका मकसद सिर्फ सुरक्षा नियम बताना नहीं, बल्कि उन्हें लोगों की आदत का हिस्सा बनाना है। ‘छोटा भीम’ सालों से भारतीय बच्चों के दिलों पर राज कर रहा है, और अब यही सुपरहीरो रेलवे के लिए बनेगा सुरक्षा दूत।
मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक और छोटा भीम के निर्माता राजीव चिलाकलापुडी ने ‘लेटर ऑफ कोलेबरेशन’ पर हस्ताक्षर किए। यह साझेदारी एक साल के लिए होगी और इसके तहत छोटा भीम और उसके साथी किरदार रेलवे सुरक्षा से जुड़े संदेशों को प्रिंट, डिजिटल, टीवी, रेडियो और स्कूल प्रोग्राम्स के माध्यम से प्रसारित करेंगे।
रेलवे का मानना है कि “छोटा भीम” के माध्यम से संदेश सिर्फ बच्चों तक नहीं, बल्कि परिवारों और समाज तक गहराई से पहुंचाया जा सकता है। इसका असर केवल जानकारी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि व्यवहार में भी झलकने लगेगा।
क्या खास होगा इस अभियान में?
ट्रेनों के पास सेल्फी से बचना,
प्लेटफॉर्म पर भागना टालना,
फाटक पार करते समय सावधानी रखना
जैसे जीवनरक्षक संदेशों को छोटा भीम की मज़ेदार और असरदार कहानियों के माध्यम से दिखाया जाएगा।
रेलवे की यह पहल यह दर्शाती है कि सुरक्षा अब बोर्ड रूम्स या पोस्टरों तक सीमित नहीं, बल्कि यह घरों, स्कूलों और मोबाइल स्क्रीन तक पहुंच रही है — और इसमें अगर ‘भीम’ जैसे सुपरहीरो साथ हों, तो बात सीधे दिल तक जाती है।