
छपरा। सारण जिला के रिविलगंज प्रखंड के ग्राम मुकरेड़ा की बेटी सविता सिंह ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए साउथ एशिया की पहली महिला न्यायधीश बनने का गौरव प्राप्त किया है। यह सफलता सिर्फ उनकी व्यक्तिगत मेहनत का परिणाम नहीं है, बल्कि यह पूरी सारण जिला और विशेष रूप से उनके पैतृक गांव मुकरेड़ा के लिए गर्व की बात है।
सविता सिंह, जो अमेरिकी सरकार में एक इंजीनियर के रूप में कार्य कर चुके शिवेंद्र प्रसाद सिंह की पुत्री हैं, अब एक न्यायधीश के रूप में क्षेत्र की पहली महिला के रूप में इतिहास रच चुकी हैं। वे 17 फरवरी 2025 को अपने पैतृक गांव मुकरेड़ा लौट रही हैं, जहां उनके स्वागत की तैयारी जोरों पर है।





उनके दादा, स्व. राम प्रसाद सिंह, जो छपरा विधि मंडल में वरीय अधिवक्ता रहे थे, और उनके परिवार के अन्य सदस्य, जैसे जिला विधि मंडल के वरीय अधिवक्ता ब्रजेश कुमार सिंह, मुक्तेश कुमार सिंह और अमरेंद्र कुमार सिंह, इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं।
गांव छात्रों से करेंगी मुलाकात
सविता सिंह का अपने गांव मुकरेड़ा में आगमन एक ऐतिहासिक अवसर है, और वे इस यात्रा के दौरान केवल अपने परिवार से ही नहीं, बल्कि अपने गांव के ग्रामीणों और मेधावी छात्रों से भी मुलाकात करेंगी। वे छात्रों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ उन्हें आर्थिक मदद देने का भी प्रयास करेंगी।
सफलता से प्रेरणा ली जाएगी
उनके परिवार द्वारा पहले ही राजकुमारी कन्या उच्च विद्यालय, मुकरेड़ा में ‘धाना देवी मेमोरियल छात्रवृत्ति’ का आयोजन किया जाता रहा है, जो मेधावी छात्राओं को आर्थिक सहायता प्रदान करता है। इस अवसर पर ब्रजेश कुमार सिंह, जो कि इस छात्रवृत्ति के सचिव हैं, ने बताया कि सविता सिंह की भारत यात्रा के दौरान छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा और उनकी सफलता से प्रेरणा ली जाएगी।
सविता सिंह की भारत यात्रा के दौरान वे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिल चुकी हैं, जहां उन्होंने अमेरिका की न्याय व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की थी। इस बैठक में तत्कालीन मंत्री जनार्दन सिंह सीग्रीवाल भी मौजूद थे।
स्थानीय ग्रामीणों में इस ऐतिहासिक यात्रा को लेकर भारी उत्साह है, और वे सविता सिंह के साथ इस विशेष अवसर पर जुड़ने के लिए इंतजार कर रहे हैं। वरीय आयकर अधिवक्ता अजय तिवारी, जदयू नेता ब्रजेश कुमार, पंकज तिवारी, सुमेश्वर सिंह, और अन्य कई लोग इस यात्रा को लेकर खुशी जाहिर कर रहे हैं।
इस यात्रा की सफलता न केवल सविता सिंह के लिए, बल्कि पूरे सारण जिले के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेगी। उनकी यह यात्रा यह संदेश देती है कि मेहनत और संघर्ष से किसी भी लक्ष को प्राप्त किया जा सकता है, और उनके जैसे मेधावी व्यक्ति अपने समाज और देश को गौरवान्वित करने का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।
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