छपरा। सारण जिले में दो खनन अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। खान एवं भू-तत्व विभाग ने सारण जिले के दो खान निरीक्षकों लाल बिहारी प्रसाद और अंजनी कुमार को बालू माफिया से सांठगांठ रखने और सरकार को राजस्व के साथ पर्यावरण को क्षति पहुंचाने के आरोप में निलंबित किया है। इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है।
खान एवं भू-तत्व विभाग ने सारण जिले में पदस्थापित दो खान निरीक्षकों को बालू माफिया से सांठगांठ रखने और सरकार को राजस्व के साथ पर्यावरण को क्षति पहुंचाने के आरोप में निलंबित किया है। विभाग ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया है।
खान एवं भू-तत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार लाल बिहारी प्रसाद और अंजनी कुमार दोनों सारण जिले में पदस्थापित हैं। 24 नवंबर को बालू के अवैध खनन और परिवहन की जांच निदेशक खान एवं जिला प्रशासन सारण ने संयुक्त रूप से की।
इस औचक जांच के दौरान टीम ने बालू से लदे वाहनों के साथ ही कई अन्य वाहनों को भी जब्त किया। साथ ही कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। छापामारी के दौरान 15 लाख सीएफटी बालू भी जब्त किया गया।
बालू के अवैध कारोबारियों से मिलीभगत की बात:
विभाग के अनुसार, इतने बड़े स्तर पर बालू के अवैध खनन, परिवहन और भंडारण से स्पष्ट होता है कि अंजनी कुमार और लाल बिहारी प्रसाद इसकी रोकथाम के लिए कोई काम नहीं कर रहे। इतना ही नहीं दोनों अधिकारी बालू के अवैध खनन, परिवहन और भंडारण को प्रश्रय भी दे रहे हैं।
बालू के अवैध कारोबारियों से इनकी मिलीभगत की बात भी सामने आई है। जिस वजह से सरकार को राजस्व की क्षति तो हुई ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा है।
सरकार ने माना है कि इन अधिकारियों ने कर्तव्य के अनुकूल कार्य नहीं किया। लिहाजा दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आदेश के अनुसार निलंबन की अवधि में अंजनी कुमार का मुख्यालय मुजफ्फरपुर जबकि लाल बिहारी प्रसाद का मुख्यालय मगध गया निर्धारित किया गया है।
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