दिवंगत पत्रकार गुड्‌डू राय के प्रतिमा पर 101 दीया जलाकर मनाया गया दिपावली

छपरा

छपरा। रौशनी का त्योहार दिपावली जिले भर में मनाया गया। दिवाली के दिन पूजा के साथ साथ दीये जलाना भी काफी शुभ माना गया है। मान्यता के अनुसार दिवाली के दिन दीपक जलाने से घर में सुख, शांति और वैभव का वास होता है। इसी वजह से दिवाली के दिन सभी लोग अपने घरों में दीपक को जलाते हैं।

रिविलगंज प्रखंड के समसमुदीनपुर गांव निवासी और सारण जिले के दिवंगत वरिष्ठ पत्रकार गुड्‌डू राय के प्रतिमा के पास उनके परिजनों के द्वारा 101 दीप जलाकर दीपोत्सव मनाया गया तथा उनको याद किया गया। दीपावली पर उनको याद करते हुए उनके पिता कन्हैया राय ने बताया कि गुड्डू राय संघर्षो से कभी हार नहीं मानने वाले इंसान थे। उनका जीवन काफी संघर्षों से भरा रहा। पत्रकारिता के क्षेत्र उनकी अलग पहचान थी। उनके मौसेरे भाई अभय राय ने बताया कि गौतम स्थान रेलवे स्टेशन पर एक छोटी चाय की दूकान से अपने पिताजी द्वारा बनाये हुए चाय को केटली में डाल, ट्रेन में छपरा से लेकर बलिया तक के बीच चाय और अखबार बेचने का काम भी उन्होंने किया। ताकि वे अपनी पढ़ाई कर सके।

रिविलगंज के ऐतिहासिक प्राइमरी स्कूल में पढाई की। ऐतिहासिक इसलिए क्योंकि इसी प्राइमरी पाठशाला से लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने भी अपनी प्रारंभिक पढ़ाई की थी। डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि दिवंगत पत्रकार गुड्डू राय ने जनशक्ति, राष्ट्रीय सहारा, प्रभात खबर, हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण जैसे अखबारों में अपना बहुमूल्य योगदान दिया। उन्होंने संजीवनी समाचार के नाम से अपना न्यूज़ पोर्टल भी शुरू किया।

वे अत्यंत मिलनसार और सौम्य स्वभाव के व्यक्ति थे। 7 भाइयों में सबसे बड़े गुड्डू राय ने अपने सभी भाइयों की परवरिश में कोई कमी नही होने दी। आज उन सबको उनकी कमी खल रही है। इस मौके पर परिवार के सदस्य और भाई मौजूद थे। राजेंद्र राय, सुनिल राय, विनय राय, गनपत आर्यन, धनपत कुमार, पिंटू राय, कामेश्वर राय, उनकी माँ सिधिया देवी, पिता कन्हैया राय समेत अन्य मौजूद थे।