छपरा:विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन, पटना द्वारा सम्मेलन भवन, पटना के सभागार में डॉ. श्याम शरण को हिन्दी रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया.यह सम्मान पाकर डॉ शरण ने कहा कि यह सम्मान हमारा नहीं बल्कि सारण का साथ ही सारण के साहित्यिक कार्य का सम्मान हुआ है. डॉ श्याम शरण मूल रूप से मरहौरा प्रखंड के अगहारा गांव के रहने वाले है. इनके पिता जी भी रामजयपाल महाविद्यालय, छपरा में इतिहास विभाग के प्राध्यापक थे. डॉ शरण का हाल ही में नवंबर 2022 में बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर विषय – हिन्दी जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के लिए हुआ है.
डॉ. शरण फिलवक्त जनसम्पर्क निरीक्षक के पद पर प्रधान डाकघर, छपरा में कार्यरत है. डॉ शरण डाक विभाग में 25 वर्षों की सेवा में रहते हुए तीन विषयों हिन्दी, इतिहास एवं जनसंचार तथा पत्रकारिता से एम ए किये है. हिन्दी विषय से एम फिल एवं पी एच डी भी किये है.हिन्दी एवं जनसंचार एवं पत्रकारिता से युजीसी नेट की परीक्षा भी उत्तीर्ण है. जनसंचार माध्यम और हिन्दी पुस्तक के साथ चार पुस्तकों के लेखक भी है.
इनके इस सम्मान के बधाई देने वालों में विधान पार्षद डॉ वीरेन्द्र नारायण यादव जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के कुलसाचिव डॉ. रवि प्रकाश बबलू, डॉ इरफ़ान अली, डॉ सकील अहमदअता, डॉ अशोक कुमार सिन्हा, डॉ अनीता, डॉ सिद्धार्थ शंकर, डॉ अजय कुमार, डॉ चन्दन श्रीवास्तव, इनके चाचा मैनेजर राय, बड़े भाई सुरेंद्र प्रसाद यादव, राम शरण, मित्र प्रदीप कुमार, नील मणि सिंह, शैलेश सबर्ण, विशेष रूप से सारण के तमाम मीडिया बंधु एवं अन्य शुभ चिंतक.।
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