•महिला स्वास्थ्य एवं शारीरिक स्वच्छता परआयोजित व्याख्यान में डॉ नेहा ने दी कई टिप्स
छपरा: स्वास्थ्य एवं शारीरिक स्वच्छता के प्रति महिलाओं को सजग रहने की जरूरत। उक्त बातें सासाराम के गोपाल नरायण सिंह विश्वविद्यालय के देव मंगल सभागार में महिला स्वास्थ्य और स्वच्छता विषय पर व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में पहुंची शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ अनिल कुमार एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ संजू प्रसाद की पुत्री डॉ नेहा ने विश्वविद्यालय की छात्राओं और महिला प्रध्यापकों व कर्मचारियों के साथ उनके स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जानकरी देते हुए कही। उन्होंने कहा की वर्तमान दौर में महिलाएं अपनी शारीरिक स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति सजग हुई है, लेकिन उन्हें अपनी स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारकों को नदरअंदाज नहीं करना चाहिए।
उन्होंने कहा की महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना होगा। भागदौड़ की जिंदगी में भले ही आज पुरुषों के पास समय नहीं है, लेकिन इसके लिए महिलाओं को खुद जागरूक होना होगा। महिलाओं को समय-समय पर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और उनके इलाज के लिए अपने नजदीकी अस्पतालों में जाना चाहिए। उन्होंने महिलाओं को आज के दौर में किसी भी तरह की गुप्त बीमारी को बताने में झिझक न करने की नसीहत दी। अब बहुत ही महिलाएं मासिक धर्म के दौरान सैनिटरी नैपकिन का उपयोग करती हैं, जबकि कुछ महिलाएं पुराने कपड़े, जैसे विकल्पों पर निर्भर रहती हैं, जिससे संक्रमण और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं की शिकार हो जाती है। शौचालय का उपयोग करने से पहले और बाद में और मासिक धर्म उत्पाद का उपयोग करने से पहले अपने हाथ को अच्छे से धोएं। उपयोग किए गए डिस्पोजेबल मासिक धर्म उत्पादों को ठीक से त्यागें। उन्हें टॉयलेट पेपर, टिशू या अन्य सामग्री में लपेटें और फिर कूड़ेदान में डाल दें।
मासिक धर्म संबंधी उत्पादों को शौचालय में न बहाएं। इस सबके प्रति सजग रहने की जरूरत है. उन्होंने छात्राओं को विशेष रूप से कहा की अच्छे स्वास्थ्य के लिए अपने शरीर की देखभाल करना महत्वपूर्ण है, लेकिन समस्या यह है कि लोग अक्सर अपने शरीर की उपेक्षा करते हैं। यदि आप उचित आहार नहीं लेते हैं या पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो आप अपने आप को अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य से वंचित कर रहे हैं! सक्रिय जीवनशैली और शारीरिक गतिविधि के साथ खुद को शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने से आप हर दिन बेहतर और अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगे। इस मौके पर डॉ ऋतंभरा प्रिया, डॉ अभिलाषा ने अपनी अपनी बातो को रखी।
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