
- बीपीएसी में हासिल किया 69वां रैंक
- कठिन परिश्रम और निष्ठा से तैयारी कर हासिल की सफलता
छपरा। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा जारी कृषि अधीनस्थ पदाधिकारी के परीक्षा में सारण की बेटी नूतन निवेदिता ने सफलता का परचम लहराया है। बीपीएससी द्वारा जारी परीक्षा में 69वां रैंक हासिल कर प्रखंड कृषि पदाधिकारी बनकर पूरे गांव का नाम रौशन किया है। सारण जिले दरियापुर प्रखंड के मगरपाल पंचायत के टेंगरा मगरपाल गांव निवासी रिटार्यड क्लर्क कांग्रेस राय और आशा देवी की पुत्री नूतन निवेदिता ने कड़ी मेहनत और समर्पण से यह सफलता हासिल की है। नूतन निवेदिता के पति गौतम कुमार भी सरकारी जॉब करते हैं। नूतन की सफलता पर पूरे परिवार और समाज में खुशी का माहौल है। उन्होने अपने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, पति और गुरूजनों को दी है।
माता-पिता ने हमेशा उन्हें शिक्षा की ओर प्रेरित किया
नूतन के पिता, कांग्रेस राय, एक रिटायर क्लर्क हैं, और उनकी माता आशा देवी एक घरेलू महिला हैं। नूतन का परिवार आर्थिक रूप से साधारण था, लेकिन उनके माता-पिता ने हमेशा उन्हें शिक्षा की ओर प्रेरित किया। नूतन ने भी कभी अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत से समझौता नहीं किया और अपनी पढ़ाई में पूरी तरह से ध्यान केंद्रित किया।
नूतन के जीवन में एक और अहम पहलू यह है कि उनके पति, गौतम कुमार, जो सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं, ने भी उन्हें लगातार प्रोत्साहित किया। इस परिवार के सामूहिक प्रयासों ने नूतन को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँचने में मदद की।




पति के समर्थन के बिना संभव नही थी सफलता
नूतन का कहना है कि यह सफलता उनके परिवार, विशेष रूप से उनके माता-पिता और पति के समर्थन के बिना संभव नहीं होती। उन्होंने अपने गुरुजनों का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके मार्गदर्शन में मदद की और उनके आत्मविश्वास को मजबूत किया।
नूतन की सफलता सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि उनके पूरे गांव और समाज के लिए एक प्रेरणा है। यह साबित करता है कि अगर कोई व्यक्ति अपनी मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन से अपने लक्ष्य को पाने में जुट जाता है, तो किसी भी स्थिति से सफलता प्राप्त की जा सकती है।
अपनी मेहनत और तैयारी पर था पूरा भरोसा
नूतन ने यह भी साझा किया कि बीपीएससी की परीक्षा में सफलता पाने के लिए उन्हें कठिन परिश्रम करना पड़ा। उन्होंने दिन-रात की मेहनत, सही समय पर अध्ययन और कठिन विषयों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता महसूस की। उन्हें पूरा विश्वास था कि अगर वे पूरी निष्ठा से तैयारी करेंगी, तो सफलता जरूर मिलेगी।
छोटा सा गांव और सधारण परिवार से है नूतन
नूतन की सफलता ने यह भी सिद्ध कर दिया कि छोटे गांवों और साधारण परिवारों से आने वाले लोग भी बड़ी सफलता हासिल कर सकते हैं, बशर्ते उनके पास सही दिशा, मेहनत और संघर्ष का जज्बा हो। नूतन की इस उपलब्धि ने यह संदेश दिया है कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती और अगर आत्मविश्वास और सही मार्गदर्शन मिले तो कोई भी सपना साकार हो सकता है।
नूतन निवेदिता की सफलता पर पूरे परिवार, गांव और समाज में खुशी का माहौल है। उनके परिवार ने गर्व महसूस किया है कि उनकी बेटी ने इतनी बड़ी सफलता हासिल की। अब नूतन अपने नए पद पर कार्य करते हुए अपने गांव और समाज के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन चुकी हैं।
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