छपरा

Saran News: सारण में लाल वारंट की सूची होगी तैयार, थानों में हाजिरी लगाएंगे अपराधी

विधानसभा चुनाव को लेकर एसएसपी ने दिया निर्देश

छपरा। आगामी विधानसभा चुनाव-2025 को लेकर जिले में विधि-व्यवस्था और शांति-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से रविवार को वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष की अध्यक्षता में विधानसभा-वार नामित नोडल पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में चुनाव प्रक्रिया से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर गहन चर्चा की गई और अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए। SSP ने कहा कि इस बार चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त माहौल में संपन्न कराने का लक्ष्य है, जिसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय रहेगा।

लाल वारंट की सूची होगी तैयार

बैठक में विशेष रूप से लंबित वारंट और कुर्की मामलों के त्वरित निष्पादन तथा भगोड़ों की गिरफ्तारी पर जोर दिया गया। SSP ने निर्देश दिया कि बेतामिला और लाल वारंट सूची जल्द से जल्द तैयार कर कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही CCA-3 एवं 12 के अंतर्गत प्रस्ताव, आदेश और हाजिरी सुनिश्चित कराने पर बल दिया गया।

चुनावी ड्यूटी के लिए तैनात बलों के आवासन एवं आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता की भी समीक्षा की गई। बलों को उपलब्ध कराए जाने वाले मोबाइल नंबर, नक्शा और मतदान केन्द्र सूची की तैयारी पर अधिकारियों को निर्देशित किया गया। साथ ही एरिया डोमिनेशन के लिए रूट निर्धारण कर प्रतिदिन गश्ती सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया।

मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन

मतदान केन्द्रों के भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया पर भी विशेष चर्चा हुई। SSP ने निर्देश दिया कि क्रिटिकल और नॉन-क्रिटिकल बूथों की पहचान कर संवेदनशील क्षेत्रों में निरोधात्मक कार्रवाई की जाए। सेक्टर पुलिस अधिकारियों की नियमित ब्रिफिंग और उनकी गतिविधियों की मॉनीटरिंग पर बल दिया गया। Vulnerability Mapping की प्रगति की भी समीक्षा की गई।

बैठक में निरोधात्मक कार्रवाई जैसे नोटिस तामिला, बंधपत्र कार्रवाई और कैम्प कोर्ट के समन्वय की समीक्षा की गई। शराब और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए छापामारी, गिरफ्तारी और बरामदगी की कार्रवाई तेज करने का निर्देश दिया गया। SSP ने कहा कि नाव के जरिए गंगा पार से होने वाली शराब तस्करी पर भी सख्ती से रोक लगाई जाए।

जातीय एवं साम्प्रदायिक हिंसा से जुड़े मामलों में जल्द गिरफ्तारी

जातीय एवं साम्प्रदायिक हिंसा से जुड़े मामलों और पुलिस पर हमले से संबंधित कांडों में त्वरित गिरफ्तारी पर भी जोर दिया गया। चेकपोस्ट, नाका, एसएससी और एफएसटी टीमों की सतत निगरानी और रिपोर्टिंग को अनिवार्य बताया गया। इसके अलावा आर्म्स अनुज्ञप्तियों का सत्यापन, जमा, जप्ति और रद्दीकरण के साथ-साथ आर्म्स दुकानों की जांच का भी निर्देश दिया गया।

अंतरराज्यीय और अंतरजिला समन्वय बैठकें कर आवश्यक गिरफ्तारी और कार्रवाई करने पर सहमति बनी। SSP ने कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारियों से समन्वय बनाकर समय-समय पर प्रतिवेदन समर्पित करना सभी पदाधिकारियों की जिम्मेदारी होगी।

अंत में SSP ने सभी अधिकारियों को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। असामाजिक तत्वों और अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी तथा कानून का उल्लंघन करने वालों पर तुरंत कठोर कार्रवाई की जाएगी।

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

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