छपरा :विश्व वन्यजीव सप्ताह समारोह के प्रथम भाग में सारण वन प्रभाग ने जिले भर के विभिन्न स्कूलों में सांपों पर जागरूकता सत्र का आयोजन किया। जागरूकता सत्र में जहरीले सांपों की पहचान, सांप के काटने की स्थिति में क्या करें और क्या न करें, सांपों से संबंधित मिथक और सांपों के संपर्क से कैसे बचें जैसे विषयों पर चर्चा की गई। जागरूकता सत्र के बाद वन्य जीव सप्ताह विषय पर विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित की गई और उन बच्चों को पुरस्कार वितरित किए गए।
वन रक्षकों ने केंद्र विद्यालय छपरा, केसीपी पब्लिक स्कूल चेतन छपरा, आदर्श राजकीय मध्य विद्यालय परसा, उच्च विद्यालय इशुवापुर, मध्य विद्यालय तेजपुरवा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय आम दाधि एकमा, आदर्श मध्य विद्यालय दिघवारा, पानापुर तुर्की विद्यालय, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामपुर, गड़खा, राजकीय मध्य विद्यालय बलहा, राजकीय कृत आदर्श मध्य विद्यालय मांझी, राजकीय मध्य विद्यालय अरवा कोठी में जागरूकता सत्र आयोजित किया है।
वन प्रमंडल पदाधिकारी रामसुंदर के द्वारा सारण जिलावासियों को साप के प्रति जागरुक करते हुए बताया गया कि कि रात को चलते समय, खासकर कच्ची सड़कों और पगडंडियों पर चलते समय टॉर्च का इस्तेमाल करें। फसल कटाई के समय किसानों को सावधानी बरतनी चाहिए। घर और आस-पास के क्षेत्रों को जल जमाव और अवांछित पौधों और घासों से बचाकर साफ-सुथरा रखें। सांप पर नज़र रखते हुए उससे दूरी बनाए रखें। आम तौर पर सांप अपने आप चले जाते हैं।
बारिश के मौसम में शौचालय और कमोड की जांच कर वहां सांप के न होने की बात सुनिश्चित करने के बाद ही उसका इस्तेमाल करें।
सांप दिखने पर डरे नहीं और उसे मारने की कोशिश न करें क्योंकि ज्यादातर सांप गैर विषैले और हानिरहित होते है। वास्तव में, सांप मुख्यतः चूहे खाते हैं जिससे चूहों की आबादी नियंत्रण में रहती है। वन विभाग के फोन नंबर 7858998981 अपने पास रखें और घर में सांप घुस आने की स्थिति में संपर्क करें।
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