छपरा। बिहार मदरसा एजूकेशन बोर्ड के अध्यक्ष सलीम परवेज का दूसरे दिन भी जिला में औचक निरीक्षण जारी रहा. अध्यक्ष श्री परवेज रविवार को रिविलगंज के गोदना अवस्थित मदरसा हमीदिया पहुंचे. उन्होंने कहा कि यह बिहार के प्राचीन मदरसों में है. इसकी स्थापना 1916 में हुई थी. इसका शानदार इतिहास रहा है. स्वतंत्रता संग्राम में यहां के शिक्षक और छात्रों का उल्लेखनीय योगदान है. उच्च स्तरीय शिक्षकों के कारण इसे पूरे देश में आदर की दृष्टि से देखा जाता है. यहां के शिक्षकों के शागिर्द शीर्षस्थ पदों तक पहुंचे. आज भी राज्य और देश में उनका आला मुकाम है. इस मदरसे को सूबे के आइडियल मदरसे के रूप में विकसित किया जाएगा. उन्होंने प्राचार्य को तत्काल आम सभा बुला कर प्रबंध समिति गठन का प्रस्ताव बोर्ड को भेजने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बोर्ड जल्द ही प्रबंध समिति, शिक्षक नियुक्ति, नियमित वेतन भुगतान, मूलभूत संरचना विकास आदि पर ठोस निर्णय लेगा.
मदरसा के पंजी के अनुसार छात्रों की उपस्थिति जांचने के साथ ही शिक्षकों की उपस्थिति और मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता की जांच की. चेयरमैन श्री परवेज ने उच्च वर्गों के छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने का निर्देश दिया. उन्होंने शिक्षकों से व्यक्तिगत प्रयास कर नियमित वर्ग संचालन की हिदायत दी. नियत सिलेबस का अनुपालन करते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रख पठन-पाठन करने की अपील की.
उन्होंने उपस्थित छात्रों व शिक्षकों से विषयवार सीधे सवाल किए. उन्होंने विभिन्न सुधार के निर्देश देते हुए कहा कि अगले जांच में निदेशों का अनुपालन देखा जाएगा. श्री परवेज के बीएमईबी का अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार गृह क्षेत्र में आगमन पर स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया. मौके पर पूर्व जिला पार्षद लियाकत अली आदि मौजूद थे.
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