छपरा। सारण में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इसको लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। 28 सितंबर 2024 की रात 12:00 बजे बाल्मीकिनगर गंडक बराज से 6 लाख क्यूसेक से अधिक जल डिस्चार्ज होने की संभावना जताई गई है। यह पानी 29 सितंबर को सारण जिला क्षेत्र से गुजरेगा, जिससे संभावित बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में गंडक नदी बेसिन क्षेत्र के सभी सीमावर्ती प्रखंडों—पानापुर, तरैया, मकेर, परसा, सोनपुर आदि—को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
प्रशासनिक तैयारियाँ
जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड और अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को लगातार क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर बांधों एवं तटबंधों की 24×7 निगरानी सुनिश्चित करनी होगी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटा जा सके, सभी अभियंताओं को निर्देश दिया गया है कि वे क्षेत्र में बने रहें और तटबंधों की स्थिति का नियमित रूप से अवलोकन करें।
नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह
गंडक नदी के किनारे स्थित प्रखंडों के निचले हिस्से में रहने वाले लोगों से अपील की गई है कि वे सजग और सतर्क रहें। विशेष रूप से, उन्हें अपने मवेशियों को सुरक्षित ऊंचे स्थलों पर रखने की सलाह दी गई है। यह कदम संभावित बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करेगा।
बाढ़ प्रबंधन की तैयारियाँ
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रबंधन के लिए विभिन्न उपाय किए हैं। तटबंधों की स्थिति की नियमित निगरानी के साथ-साथ, राहत एवं बचाव कार्यों के लिए आवश्यक संसाधनों की भी तैयारी की जा रही है। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया है कि वे आपातकालीन स्थिति में तत्परता से काम करें और जरूरतमंद लोगों तक सहायता पहुँचाएँ।
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, सभी नागरिकों को प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और किसी भी आपात स्थिति की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को देने की अपील की गई है। सुरक्षित रहने और सतर्क रहने की आवश्यकता है, ताकि संभावित संकट से समय रहते निपटा जा सके। जिला प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है ताकि जनता को सुरक्षित रखा जा सके
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