बेटियों की सुरक्षा में नज़ीर बनी सारण पुलिस की ‘आवाज़ दो’ मुहिम, SSP को DGP ने किया सम्मानित
मानव तस्करी पर कसा शिकंजा, 191 बच्चियां सुरक्षित

छपरा। मानव तस्करी और महिला-बालिका उत्पीड़न के खिलाफ सारण पुलिस के अथक प्रयासों को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। विश्व मानव व्यापार निषेध दिवस के अवसर पर बुधवार, 30 जुलाई को पटना स्थित पुलिस मुख्यालय, सरदार पटेल भवन में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष को सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें जिले में पिछले एक वर्ष के दौरान मानव तस्करी और महिला-बाल अपराधों के खिलाफ चलाए गए प्रभावी अभियानों के लिए प्रदान किया गया।
“आवाज़ दो” बनी सारण की सुरक्षा ढाल
एसएसपी डॉ. कुमार आशीष के नेतृत्व में अक्टूबर 2024 से शुरू की गई “आवाज़ दो” मुहिम सारण की बेटियों और महिलाओं के लिए सुरक्षा की मजबूत दीवार बनकर सामने आई है। इस मुहिम के अंतर्गत न केवल पीड़िताओं को हेल्पलाइन नंबर 9031600191 के माध्यम से सहायता प्रदान की जा रही है, बल्कि लगातार स्कूलों, कॉलेजों और पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
एक वर्ष की प्रभावशाली उपलब्धियाँ:
- 191 नाबालिग बालिकाएं तस्करी और शोषण के चंगुल से मुक्त कराई गईं
- 69 तस्कर/शोषक गिरफ्तार, 24 प्राथमिकी दर्ज
- 50 से अधिक पीड़िताओं का सफल पुनर्वास
- “आवाज़ दो” हेल्पलाइन से अब तक 305 पीड़िताओं को सहायता, 10 सोशल मीडिया अकाउंट्स रिकवर, 25 फर्जी अकाउंट्स ब्लॉक
- 354 अपहृत बालिकाएं सकुशल बरामद
सार्वजनिक भागीदारी से बढ़ी मुहिम की ताकत
मानव तस्करी, साइबर ब्लैकमेलिंग, महिला हिंसा और बालिकाओं के यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर मामलों को रोकने में सारण पुलिस ने जिला आसूचना इकाई, महिला हेल्प डेस्क, एनजीओ, स्थानीय समाजसेवियों और मीडिया के सहयोग से अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। एनएचआरसी (राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग) और एनसीडब्ल्यू (राष्ट्रीय महिला आयोग) से प्राप्त सूचनाओं को भी सक्रियता से उपयोग में लाया गया।
महिलाओं के लिए भरोसेमंद बना हेल्पलाइन नंबर
“आवाज़ दो” हेल्पलाइन नंबर 9031600191 को लेकर जिला पुलिस की गंभीरता और संवेदनशीलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस नंबर पर संपर्क करने वाली प्रत्येक पीड़िता की पहचान गुप्त रखी जाती है और समयबद्ध सहायता उपलब्ध कराई जाती है। पुलिस ने इस माध्यम से ना सिर्फ विश्वास जीता है बल्कि अपराधियों के नेटवर्क को भी तोड़ने में सफलता पाई है।
भविष्य की रणनीति: और सशक्त होगी आवाज़
एसएसपी डॉ. कुमार आशीष ने इस उपलब्धि के लिए टीम के सभी सदस्यों, सामाजिक संगठनों और जागरूक नागरिकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि आवाज़ दो अभियान को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर और अधिक मजबूती दी जाएगी, जिससे तकनीकी अपराधों पर भी सटीक प्रहार किया जा सके।
पुलिस की अपील: आपकी एक सूचना बचा सकती है किसी की ज़िंदगी
सारण पुलिस ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की बाल/महिला हिंसा, तस्करी या साइबर अपराध की जानकारी छुपाएं नहीं, तुरंत “आवाज़ दो” हेल्पलाइन पर साझा करें। आपकी एक कॉल किसी की ज़िंदगी में उम्मीद की किरण बन सकती है।